देश के जाने माने कवि कुमार विश्वास का एक बयान चर्चाओं में है बता दें कि आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कुमार विश्वास ने एक बार फिर नाराज़ कर दिया है। दरअसल कुमार विश्वास ने यह कह दिया है कि दिल्ली के CM केजरीवाल को मैं एक ‘ऐतिहासिक भूल’ मानता हूं। इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को एक ‘संकल्प’ और राहुल गांधी को ‘भोला प्रयास’ कह दिया जिसके चलते कुमार विश्वास के बयान की चर्चा अब हर तरफ़ हो रही है।
ये हैं कुमार विश्वास के अरविन्द केजरीवाल के बारे में विचार
दरअसल जब कुमार विश्वास से यह पूछा गया कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बारे में आपके विचार क्या हैं, इस पर उन्होंने तपाक से जवाब दिया कि उन्हें, मैं एक ‘ऐतिहासिक भूल’ मानता हूं। जबकि पीएम नरेंद्र मोदी को एक ‘संकल्प’ और राहुल गांधी को ‘भोला प्रयास’ करार दिया । इस दौरान लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जब उनसे यह पूछा गया कि क्या आप लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे? इसका जवाब देते वक्त उन्होंने अपने दिमाग पर जोर लगाया और कहा कि मैं, कह नहीं सकता। इससे आगे उन्होंने कहा कि ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं कि, भारतवासी जजमेंटल होते हैं। किसी भी सवाल के जवाब में पलटकर हां या न, कह देते हैं । मैं ये नहीं करूंगा. मैं पूछता हूं, क्यों झूठ बोलते हैं सब। आपको पता नहीं हैं? सच तो यह है कि लोगों को पता ही नहीं होता है, जिंदगी में उन्हें क्या-क्या करना पड़ेगा। जिंदगी किस दिशा में जाएगी? सच भी यही है, किस दिशा में जाना पड़ेगा, ये किसी को पता नहीं होता। ये बात मुझ पर भी समान रूप से लागू होता है। आखिर मैं, खुदा तो नहीं हूं न… इसलिए इस सवाल के जवाब में मैं, झूठ नहीं बोलूंगा। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कुमार विशवास का ये जबाब भी चर्चाओं में है।
जिस समर्थन से कुमार विश्वास ने दिया आप का साथ अब उसी शिद्दत से विरोध
बता दें युवा कवि कुमार विश्वास का रिश्ता अरविंद केजरीवाल से करीबी और विरोधी का एक जैसा ही देखने को मिला है। भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना आंदोलन से लेकर, आप से इस्तीफा देकर कुमार विश्वास और सीएम केजरीवाल की जोड़ी को राम लक्ष्मण की जोड़ी माना जाता रहा। जब उन्हेंने आप से संबंध विच्छेद किया तो उनका विरोध भी उसी सिद्धत से कर रहे हैं, जैसा उन्होंने दोस्ती निभाई. अंतर केवल इतना है कि पहले समर्थन करते थे अब खुलकर विरोध करते हैं। उनकी विरोध की सीमा का अंदाजा आप इसी से लगा सकतें है कि वो देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी आप क प्रमुख को भविष्य का पीएम चेहरा स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। बहरहाल कुमार विश्वास का ये कहना कि केजरीवाल उनके लिए एक ऐतिहासिक भूल हैं चर्चाओं में है।