कोई अपनों से मिलने जा रहा था कोई अपनों से दूर लेकिन किसे पता था एक पल में तस्वीर कुछ ओर होगी। कुछ लोगो की अब न तो सुबह होगी न रात ये रेल का सफर अंतिम सफर साबित हुआ। वही बचाव कर्मियों की कोशिश यही है की कोई अभी जान बचाई जा सके तो उसे बचा लिया जाए। बालासोर रेल दुर्घटना के बाद उन लोगो की चिंता अधिक हो गई है जिनके परिजन उस ट्रेन में सवार थे।रेल मंत्रालय ने शनिवार को ट्रेन दुर्घटना के मद्देनजर लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए।
238 लोगो की मौत 900 घायल
रेल मंत्रालय ने ओडिशा में बालासोर के भीषण रेल हादसे को देखते हुए लोगो की सहायता के हेल्पलाइन नबंर जारी किए। हावड़ा, खड़गपुर, बालासोर, शालीमार, संतरागाछी, भद्रक, जाजपुर क्योंझर रोड, कटक, भुवनेश्वर और खुर्दा रोड के लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है शुरूआती रिपोर्ट के अनुसार अब तक , करीब 238 लोगों की जान चली गई और 900 लोग घायल हैं। रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने शनिवार को बताया कि ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में बचाव अभियान पूरा हो गया है और मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है।
ये है हेल्पलाइन न 8972073925 और 9332392339.
सूचना प्रकाशन रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक अमिताभ शर्मा ने कहा, “बचाव अभियान पूरा हो गया है, अब हम बहाली का काम शुरू कर रहे हैं। 261 लोगों की मौत हो गई है और 600 से अधिक घायल हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 100 से अधिक लोगों ने अनुग्रह राशि का दावा किया है। उन्होंने यह भी कहा कि घटना के मद्देनजर कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और उनके मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
48 ट्रेनें रद्द, 39 का मार्ग बदला
अमिताभ शर्मा ने कहा, “अब तक 48 ट्रेनें रद्द, 39 का मार्ग बदला गया और 10 का समय समाप्त किया गया। हावड़ा के रास्ते में 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और बगल की पटरियों पर गिर गए। समानांतर ट्रैक पर विपरीत दिशा से आ रही 12841 शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरे डिब्बों से जा टकराई। करीब 12 कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर गए और तीसरे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गए।
अधिकारियों के मुताबिक, हादसा शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुआ।