Highlights:
- कब से और कहां शुरू होने जा रहा है Art Mumbai
- आर्ट मुंबई में क्या होगा खास
- आर्ट मुंबई को लेकर क्या है भविष्य की योजनाएं
- भारत का सबसे बड़ा आर्ट फेयर होगा Art Mumbai
Art Mumbai : भारत विविधताओं का देश है और यहां सदियों से कला के लिए प्रेम और सम्मान दिलों में बसा है। बीते एक दशक से, आधुनिक और समकालीन कलाकृति को देखने और खरीदने के लिए भारत के आर्ट प्रेमी और कला संग्राहक हर वर्ष होने वाले इंडिया आर्ट फेयर में आते है जो नई दिल्ली में आयोजित किया जाता है । लेकिन अब भारतीय कला प्रेमियों के लिए ‘आर्ट मुंबई’ के रूप में एक और आर्ट फेयर आयोजित किया जा रहा है, जो इस नवंबर में देश के वित्तीय केंद्र कहे जाने वाले शहर मुंबई में प्रदर्शित होने जा रहा है। बता दें, आर्ट मुंबई देश की मायानगरी कहे जाने वाले शहर मुंबई के मशहूर महालक्ष्मी रेसकोर्स पर होगा, जो दशकों से अपनी ऐतिहासिक घुड़दौड़ ट्रैक के लिए जाना जाता है।
कब से शुरू होने जा रहा है Art Mumbai
बता दें , ये आर्ट फेयर 16 से 19 नवंबर के बीच मुंबई के महालक्ष्मी रेसकोर्स में आयोजित किया जाएगा, जिसमें देश विदेश की करीब 43 आर्ट गैलरीज हिस्सा लेंगी। इस आर्ट फेयर में लंदन की ग्रोसवेनर गैलरी और न्यूयॉर्क की ऐकॉन कंटेम्परेरी, ऐकॉन गैलरी जैसे नामी गैलरियां विदेश से आएंगे और साथ ही अधिकतर गैलरी ऐसी शामिल होंगी जो भारत में ही स्थित हैं। भारतीय आर्ट गैलेरियों में कई बड़े नाम शामिल है जिनमें मुंबई की द गिल्ड और चटर्जी एंड लाल शामिल है, जो आर्ट वर्क के साथ-साथ ऐतिहासिक कलाकृतियों को भी पेश करती है।
आर्ट मुंबई में क्या होगा खास
बता दें , आर्ट प्रेमियों के बीच अपनी कंटेम्पेररी आर्टवर्क और अद्भुत फोटोग्राफी के लिए मशहूर नई दिल्ली की वदेहरा आर्ट गैलरी और फोटोइंक और कोलकाता की मल्टी डिसिप्लिनरी एक्सपेरिमेंट के लिए प्रसिद्ध गैलरी भी उद्घाटन समारोह में एक्सिबिशन में शामिल होंगी। आर्ट मुंबई के अनुसार, आर्ट फेयर के प्रतिभागी “टेक्नोलॉजी और एआई के मिश्रण के साथ पूरे क्षेत्र से सर्वश्रेष्ठ आधुनिक और मॉडर्न आर्ट कला, क्राफ्ट, फोक आर्ट और एंटीक का प्रदर्शन करेंगे।”
आर्ट मुंबई को लेकर क्या है भविष्य की योजनाएं
आर्ट फेयर के सह-संस्थापक दिनेश वजीरानी ने आर्ट न्यूज़ पेपर को बताया कि कॉन्टिनुआ और लिसन जैसी ब्लू-चिप अंतरराष्ट्रीय गैलेरियों ने पहले ही आर्ट मुंबई के फ्यूचर एक्सीबिशन्स में भाग लेने में दिलचस्पी व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने बताया कि मुंबई आर्ट फेयर को कामयाब बनाने के लिए बॉलीवुड के साथ भी समारोहों और पार्टियों का आयोजन करने की योजना बना रहे हैं । बता दें, दिनेश वजीरानी लंबे समय से भारत के कला क्षेत्र में शामिल रहे हैं, वो साल 2000 में भारत के सबसे बड़े आर्ट ऑक्शन हाउस में से एक, सैफ्रनआर्ट की को फाउंडर भी है। आर्ट मुंबई में जो ऑक्शन हाउस रहेगा वो भी एक नॉन प्रॉफिट संस्था होगी। सैफ्रनआर्ट के सीईओ दिनेश वजीरानी ने कहा कि ऑक्शन हाउस औरआर्ट फेयर अलग-अलग संस्थाएं रहेंगे।
भारत का सबसे बड़ा आर्ट फेयर होगा Art Mumbai
मुंबई के पहले प्रमुख आर्ट फेयर में भाग लेने के लिए अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय कला जगत की दिग्गज हस्तियों का एक प्रभावशाली समूह एक साथ आ रहा है जो इसे एक बड़ा महत्व प्रदान कर रहा है। आर्ट मुंबई के एक अन्य को – फाउंडर नकुल देव चावला ने एक लिंक्डइन पोस्ट में इस आयोजन को “भारत का अब तक का सबसे बड़ा आर्ट फेयर” बताया है। बता दें, ऑनलाइन गैलरी और मार्केटप्लेस ग्लोबल आर्ट हब के प्रमुख नकुल देव , डी.वी. चावला के पोते भी हैं जो मशहूर ‘चावला आर्ट गैलरी’ के संस्थापक है। साथ ही दिनेश वज़ीरानी की पत्नी मीनल, सैफ्रनआर्ट की अध्यक्ष और ग्रोसवेनर गैलरी के निदेशक कॉनर मैकलिन भी मुंबई आर्ट के आयोजन में शामिल हैं। आर्ट न्यूजपेपर के मुताबिक, नई दिल्ली की क्यूरेटर और कलेक्टर तीस्ता भंडारे मुंबई आर्ट की डायरेक्टर होंगी।
भारत के आर्ट मार्किट की स्थिति क्या है?
आगामी आर्ट फेयर का आयोजन उस समय किया जा रहा है जब कला क्षेत्र में उच्च-स्तरीय आर्ट वर्क की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। मार्केट इंटेलिजेंस फर्म इंडियन आर्ट इन्वेस्टर की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय कला बाजार में 2022 में 137 मिलियन डॉलर का रिकॉर्ड कारोबार हुआ। 2023 में यह रिकॉर्ड एक बार फिर टूटा, जिसमें 144.3 मिलियन डॉलर का कारोबार हुआ।
भारत में लगातार बढ़ रही है आर्ट वर्क की डिमांड
क्रिस्टी इंडियन डिपार्टमेंट की मैनेजिंग डायरेक्टर सोनल सिंह के अनुसार, कोविड काल के इस कला क्षेत्र में वृद्धि हुई क्योंकि भारतीय आर्ट कलेक्टर्स की एक नई श्रेणी ने बाजार में प्रवेश किया और आर्ट ऑक्शन में बोली लगाना शुरू किया। सोनल सिंह ने इस महीने की शुरुआत में भारतीय समाचार पत्र मिंट को बताया, ” ताजा इकोनॉमिक्स के नजरिये से ये साफ़ है कि है कि लोग अमीर हो रहे हैं और आर्ट – लक्जरी कलेक्शन पर खर्च करने के लिए आगे आ रहे है।”
सोनल सिंह के अनुसार, भारत में आर्ट फेयर और नए प्राइवेट म्युज़ियम के प्रति लोगों की बढ़ती दिलचस्पी देश में कलाकृति की निरंतर मांग की और एक बड़ा इशारा है। फरवरी में खोले गए म्यूज़ियम ऑफ़ आर्ट एंड फ़ोटोग्राफ़ी बेंगलुरु के बाद नई दिल्ली में किरण नादर म्यूज़ियम ऑफ़ आर्ट भी 2026 तक खुलने वाला है। सोनल सिंह ने ये भी कहा। की “मैं बाज़ार को लेकर बहुत आशावादी हूँ, इसमें विकास की अपार संभावनाएं हैं।”