नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने कार्यकाल के साढ़े चार साल बीत जाने के बाद नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की सहायता करने तथा दीर्घावधि रणनीतिक रक्षा समीक्षा में मदद के लिए स्ट्रैटेजिक पॉलिसी ग्रुप का पुनरुद्धार करने का फैसला किया है। NSA के अलावा अब डोभाल को रणनीतिक नीति समूह (स्ट्रैटिजिक पॉलिसी ग्रुप, SPG) का सचिव बना दिया गया है। इस ग्रुप का गठन 1999 में किया गया था।
जिसका लक्ष्य बाहरी, आंतरिक और आर्थिक सुरक्षा के मामलों में नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (NSC) की मदद करना है। जिस दौरान इस ग्रुप का गठन किया गया था, तब कहा गया था कि इसका कैबिनेट सचिव ही इसके प्रमुख की भूमिका में रहेगा। केंद्र सरकार की तरफ से 11 सितंबर को इसका नोटिफिकेशन जारी किया गया था, जबकि 8 अक्टूबर को आधिकारिक घोषणा की गई। इसी के साथ ही SPG की बॉडी में कुछ बदलाव किए गए हैं, जिनमें पहले 16 सदस्य की टीम को अब बढ़ा कर 18 सदस्य की कर दिया गया है।
नए दो सदस्य नीति आयोग के चेयरमैन और कैबिनेट सचिव होंगे। मोदी सरकार की ओर से एक पैनल का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता अजित डोभाल ही करेंगे। ये पैनल ही अब प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सलाह देंगे। इस पैनल का काम सभी मंत्रालयों का समन्वय कर सुरक्षा को मजबूत करना है। इस पैनल में NSA अजित डोभाल के अलावा NITI आयोग के वाइस चैयरमैन, कैबिनेट सचिव, तीनों सेना प्रमुख, आरबीआई गवर्नर, विदेश सचिव, गृह सचिव और रक्षा सचिव शामिल होंगे।