दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) अपनी पार्टी के विस्तार के चलते कई राज्योंं में विधानसभा चुनाव और नगर निकायों में अपना हाथ आजमा रही है। ऐसे में अब पांच राज्यों के चुनाव बाद आम आदमी पार्टी (आप) कई राज्यों में होने वाले नगर निकाय चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। दिल्ली, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के लिए पार्टी ने रणनीति बनाने की शुरूआत पहले ही कर दी है।
हरियाणा की बात करें तो राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता समेत कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को निकाय चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है। एक दिन पहले ही हरियाणा के रोहतक जिले में महम कस्बे के बाल्मीकि सामुदायिक केंद्र में आम आदमी पार्टी की ओर से परिवर्तन सभा आयोजित की गई थी।
आप सांसद ने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा
इस दौरान सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि अब हरियाणा में पार्टी नगर निकाय चुनाव पार्टी सिंबल पर लडेगी। राज्यसभा सांसद ने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी लोगों के विकास, रोजगार, सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर देगी। दूसरी ओर पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय के अनुसार 12 मार्च और 13 मार्च को दिल्ली भर में ‘बदलाव यात्रा’ निकाल कर निकाय चुनावों का बिगुल फूंकेगी। इसके तहत पार्टी सभी 70 निर्वाचन क्षेत्रों में ‘एमसीडी बदलाव यात्रा’ निकालेगी।
पार्टी अपने पुराने और नए सदस्यों तक पहुंच रही है
आप पार्टी ने अपने 13,000 बूथों पर लोगों से संवाद करने के लिए ‘बूथ संवाद यात्रा’ शुरू कर दी है। आप के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक के अनुसार पार्टी अपने पुराने और नए सदस्यों तक पहुंच रही है अभियान 10 मार्च को समाप्त होगा। ‘बूथ विजय’ पहल को पूरा करने के लिए प्रत्येक बूथ पर 20 सदस्यीय समिति भी बनाई जा रही है।
हिमाचल में पूरी ताकत से उतरेगी आप
उन्होंने कहा कि समितियों में सक्रिय पार्टी सदस्य शामिल होंगे जो अगले एमसीडी चुनावों तक स्वेच्छा से अपना समय देने के इच्छुक हैं। इससे अलग आम आदमी पार्टी के हिमाचल प्रभारी रत्नेश गुप्ता के अनुसार पार्टी पंजाब व उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में मिले लोगों के सहयोग से जोश से भरी है। आने वाले समय में होने वाले नगर निगम में शिमला सहित अन्य राज्यों की तरह हिमाचल में भी पूरी ताकत से उतरेगी।
गौरतलब है कि अगले माह कई राज्यों में नगरपालिका के चुनाव हो सकते हैं। आम आदमी निकाय चुनाव पार्टी के निशान पर लडेगी। पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में ये सभी चुनाव लड़े जाएंगे। केजरीवाल हरियाणा और उत्तराखंड में भी दिल्ली मॉडल की तर्ज पर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी के मुद्दों को उठाएंगे।