देश में एक बार फिर से बैंक फ्रॉड का मामला सामने आया है। ये धोखाधड़ी 22 हजार 842 करोड़ रुपये की है. इसे देश का सबसे बड़ा बैंकिंग फ्रॉड भी कहा जा रहा है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने इसकी शिकायत CBI से की थी। इसके आधार पर 7 फरवरी 2022 को CBI ने FIR दर्ज की है। इसी कड़ी में आज यानी मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने कहा है कि देश के सबसे बड़े घोटाले की खबर बेचैनी और आक्रोश बढ़ाने वाली है। उन्होंने कहा है कि क्या देश कभी बैंक घोटालों से मुक्त हो पाएगा। बता दें कि मायावती ने दो ट्वीट के जरिए यह बात कही।
BSP प्रमुख मायावती – क्या देश कभी बैंक घोटालों से मुक्त होगा?”
मायावती ने अपने एक ट्वीट में लिखा है, ”देश में लंबे समय से भयंकर गरीबी, बेरोजगारी, कमरतोड़ महंगाई आदि की मार झेल रहे लोगों के लिए रोजी-रोजगार की कोई अच्छी खबर आने के बजाय, करीब 23 हजार करोड़ रुपए के सबसे बड़े बैंक घोटाले की खबर बेचैनी व आक्रोश बढ़ाने वाली है। क्या देश कभी बैंक घोटालों से मुक्त होगा?”
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है, ”ताज़ा बैंक घोटाले में किसी घोटालेबाज की अबतक गिरफ्तारी नहीं होने से भी लोगों के मन में अनेकों प्रकार के संदेह पैदा हो रहे हैं जो कि स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। इसीलिए केन्द्र सरकार इस जन आशंका को भी दूर करे कि बैंकों में जमा लोगों की कमाई वाकई सुरक्षित है और रहेगी?
आपको बता दें कि इस मामलें में कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर सवाल उठाए हैं जिस पर भाजपा ने यह कहकर पलटवार किया है कि ये घोटाला कांग्रेस के समय में हुआ। हमने तो खुलासा किया।
पूरा मामला
दरअसल बसपा प्रमुख मायावती ने पिछले दिनों सामने आए शिपयार्ड घोटाले का जिक्र अपने ट्वीट में किया है। एबीजी शिपयार्ड कंपनी ने जो घोटाला किया है, वह करीब 23 हजार करोड़ रुपये का है। इसमें शामिल कंपनी एबीजी शिपयार्ड गुजरात के सूरत की है। सीबीआई ने इस मामले में कंपनी के पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल समेत आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस कंपनी ने 28 बैंकों से कारोबार के लिए 2012 से 2017 के बीच 28,842 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। कर्ज लेने में धोखाधड़ी की गई और कर्ज के पैसे से विदेशा में प्रापर्टी खरीदी गई। ये लोन जुलाई 2016 में ही एनपीए घोषित हो चुका है।