भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए तैयारी तेज कर दी है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार (29 जुलाई) को पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों की टीम में बदलाव किया।
आपको बता दे कि शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी नई टीम का ऐलान किया है। जिसमें भाजपा ने एक तरफ जहां नई टीम में अधिकांश पुराने चेहरों को बरकरार रखा गया है वहीं , दूसरी तरफ कुछ नए चेहरों को भी शामिल किया है। यूपी से पार्टी के कई नेताओं को इस टीम में जगह दी गई है।
जेपी नड्डा ने की नई टीम की घोषणा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से जिस नई टीम की घोषणा की गई उसमें 13 राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, 8 राष्ट्रीय महामंत्री, एक राष्ट्रीय महामंत्री संगठन, एक राष्ट्रीय सह संगठन, कोषाध्यक्ष और सह कोषाध्यक्ष और 13 राष्ट्रीय सचिव के नामों का ऐलान किया है। वही, जेपी नड्डा की टीम में चुनावी राज्यों को साधने की कोशिश की गई है। आपको बता दे कि जेपी नड्डा ने यूपी से जिन नेताओं को टीम में जगह दी। उनमें डॉ. मंसूर के अलावा डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल ,सांसद सुरेंद्र नागर, ,सांसद रेखा वर्मा ,अरुण सिंह, राजेश अग्रवाल और यूपी के संगठन महामंत्री रहे सुनील बंसल का नाम शामिल हैं। इसके अलावा यूपी से रेखा वर्मा और लक्ष्मीकान्त वाजपेयी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है।
तारिक मंसूर को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया
साथ ही इस टीम में जो सबसे ज्यादा चर्चा विधान परिषद के सदस्य (MLC) और पार्टी के मुस्लिम चेहरे तारिक मंसूर और डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल की हो रही है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व VC प्रोफेसर तारिक मंसूर को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। उन्हें संघ से नजदीकियों का एक बार फिर तोहफा मिला है।
जानिए ! कौन है तारिक मंसूर , जिनके बेटे की शादी में संघ प्रमुख मोहन भागवत भी कर चुके है शिरकत
तारिक मंसूर पसमांदा मुसलमान हैं। आपको बता दे कि भाजपा के साथ ही देश के प्रधानमंत्री भी पसमांदा मुसलमानों का जिक्र कर चुके हैं। तारिक अभी यूपी में भाजपा के विधान परिषद सदस्य हैं। तारिक मंसूर 7 मई 2017 से 02 अप्रैल २०२३ तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी रह चुके हैं। तारिक मंसूर के पहले से ही आरएसएस और भाजपा के नेताओं के साथ करीबी संबंध रहे हैं। साथ ही आपको बता कि जब उन्होंने एएमयू के शताब्दी वर्ष समारोह में प्रधानमंत्री मोदी को बुलाया था तो उस समय काफी हंगामा भी हुआ था। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने तारिक मंसूर के बेटे की शादी में शामिल हुए थे। साल 2019 में सीएए और एनआरसी को लेकर देश में कई जगह-जगह बवाल हो रहा था। तो उसी दौरान यूनिवर्सिटी में भी छात्रों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे लेकिन वाइस चांसलर के पद पर तारिक मंसूर ने कैंपस के अंदर पुलिस फोर्स बुला ली थी यह पहली बार हो रहा था जब एएमयू कैंपस के अंदर पुलिस आई। तारिक को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने के बाद यह माना जा रहा है कि वह आगामी चुनावों में मुस्लिमों का बड़ा चेहरा बनाकर उभरेंगे। वहीं माना जा रहा है कि भाजपा के पास यूपी में मुसलमानों के बीच कोई बड़ा चेहरा नहीं है। इसीलिए पार्टी ने उन्हें अपने साथ शामिल किया और पहले एमएलसी बनाया और अब यह जिम्मेदारी दी है। आपको बता दे कि इसे लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव के लिए भाजपा की तैयारी भी माना जा रहा है।
अब्दुल्ला कुट्टी को भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया
केरल से आने वाले अब्दुल्ला कुट्टी को भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। हालांकि , अब्दुल्ला कुट्टी पहले से ही इस पद पर थे। आपको बता दे कि भाजपा पसमांदा मुसलमानों को लेकर काफी समय से रणनीति तैयार कर रही है। वही , अब्दुल्ला कुट्टी शुरू से भाजपा में नहीं रहे है। इससे पहले वे वामदल और फिर कांग्रेस में रहे चुके है बता दे कि पीएम मोदी की तारीफ के बाद दोनों जगहों से उन्हें निष्कासित कर दिया गया। साल 2019 में वह भाजपा में शामिल हुए। उन्हें पहले केरल भाजपा उपाध्यक्ष बनाया गया उसके बाद साल 2020 में कुट्टी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया। पार्टी की ओर से एक बार फिर उन पर भरोसा जताया गया है।
राधा मोहन अग्रवाल को राष्ट्रीय महामंत्री बनाया
वही, बात करे जेपी नड्डा की टीम में सबसे चौंकाने वाला नाम कि तो वो गोरखपुर से राधा मोहन अग्रवाल का है। उन्हें राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया है। क्योंकि, ऐसा कहा जाता है कि वह यूपी सरकार के प्रति मुखर रहते हैं।
जानिए ! कौन है डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल , जिन्हें अखिलेश ने खुले मंच दिया था टिकट का ऑफर
डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल गोरखपुर से चार बार विधायक रह चुके है वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद हैं। साल 2022 के यूपी चुनाव में राधा मोहन दास अग्रवाल को गोरखपुर से टिकट के प्रबल दावेदार थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। जिसको लेकर उनकी नाराजगी भी खबरें आई थीं। और तत्कालीन अखिलेश यादव ने खुले मंच से उन्हें टिकट का ऑफर भी किया था। लेकिन राधा मोहन ने खुद को पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता बताते हुए हाईकमान के फैसले को स्वीकार कर लिया था। इसका ही उन्हें इनाम भी मिला और पार्टी ने उन्हें साल 2023 में राज्यसभा का टिकट दिया। और सितंबर 2022 में उन्हें लक्षद्वीप में भाजपा का प्रभारी और केरल में भाजपा का सह-प्रभारी नियुक्त किया गया। डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल एक बाल रोग विशेषज्ञ भी हैं। राधा मोहन ने 1976 में एमबीबीएस और 1981 में बाल रोग में एमडी किया था।
3 बड़े चेहरों को राष्ट्रीय टीम में मिली जगह
साथ ही इसके अलावा पश्चिम से भी 3 बड़े चेहरों को राष्ट्रीय टीम में जगह मिली है। इसमें सबसे बड़ा नाम लक्ष्मीकांत बाजपेई का , उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। वही , राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह और झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास को भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ यूपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी को भी इस सूची में शामिल किया गया है।
नई टीम में कई नेताओं की गयी छुट्टी
इस बार राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से दो-दो नेताओं की छुट्टी कर दी गई है। कर्नाटक में अपना ही चुनाव हारने वाली सीटी रवि की महासचिव पद से हटा दिया गया है। वहीं, असम के भाजपा सांसद दिलीप सैकिया भी महासचिव पद से छुट्टी कर दी गई। इसके साथ ही राष्ट्रीय सचिव पद से हरीश द्विवेदी हटा दिया गया। उपाध्यक्ष पद पर रहे दिलीप घोष और भारतीबेन शायल को भी इस बार नई टीम में शामिल नहीं किया गया।
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा अलग-अलग रणनीति पर कर रही है काम
साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा अलग-अलग रणनीति पर काम कर रही है। वही , इस बार माना जा रहा है कि भाजपा पहले के मुकाबले अधिक मुस्लिम उम्मीदवारों को लोकसभा चुनाव 2024 में उतार सकती है। हाल ही में पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा का कहना था कि करीब 66 सीटें हैं जहां पार्टी मुस्लिम उम्मीदवारों को उतार सकती है। अभी चुनाव में वक्त है लेकिन भाजपा की यह जो नई टीम बनी, उससे इस ओर संकेत मिलते हैं कि पार्टी इस चुनाव में कुछ अलग करने वाली है।