राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं और पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के 13वें दिन मंगलवार को यहां चेरत्तला से पदयात्रा शुरू की। सेंट माइकल्स कॉलेज में रामबूटन का पौधा लगा कर यात्रा की शुरूआत की गई। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पर्यावरण शाखा ‘शास्त्रवेदी’ ने पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया।
12 दिन में 225 किलोमीटर दूरी की गई तय – रमेश
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव एवं संचार प्रभारी जयराम रमेश ने बताया कि यात्रा के दौरान 12 दिन में 255 किलोमीटर की दूरी तय की जा चुकी है।
रमेश का ट्वीट- आज रात कोच्चि में बिताएगा शिविर
रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘भारत यात्री आज पदयात्रा के सुबह के सत्र में आलप्पुझा के चेरत्तला से कुथियाथोदु तक 15 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। आज रात शिविर कोच्चि जिले में रहेगा।’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन, पवन खेड़ा, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन और शनिमोल उस्मान समेत पार्टी के कई नेताओं ने सुबह में गांधी के साथ यात्रा की।
150 दिन चलेगी पदयात्रा , 3570 किलोमीटर दूरी करेगी तय
गांधी की झलक पाने के लिए मार्ग के किनारे बड़ी संख्या में पुरुषों, महिलाओं एवं बच्चों को इंतजार करते देखा गया। गांधी ने यात्रा के दौरान कई स्थानों पर रूक कर उनसे मुलाकात की। कांग्रेस की 3,570 किलोमीटर लंबी और 150 दिनों तक चलने वाली पदयात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी, जो जम्मू कश्मीर में सम्पन्न होगी।
19 दिनों में केरल की 450 किलोमीटर दूरी तय भारत जोड़ो यात्रा
‘भारत जोड़ो यात्रा’ 10 सितंबर की शाम को केरल पहुंची थी और यह एक अक्टूबर को कर्नाटक पहुंचने से पहले 19 दिनों में केरल के सात जिलों से गुजरते हुए 450 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को कितना हो सकता हैं सियासी फायदा
कांग्रेस देश के दो राज्यों को छोड़कर सभी में सत्ता का सूखा झेल रही हैं, इसके अलावा कांग्रेस केंद्र में विपक्ष के पद लायक सीट नहीं ला पा रही हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के नेतृत्व में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। दक्षिण में कांग्रेस को काफी उम्मीद हैं लेकिन तेंलगाना में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं जंहा कांग्रेस टीआरएस के सामने काफी पीछे हैं। तेंलगाना में भाजपा कांग्रेस की जगह लेने की कशमकस के साथ ही राज्य की सत्ता पर नजरे गडाए हुए हैं। लेकिन कांग्रेस इस पदयात्रा के सहारे लगातार अपनी जमीन भुनाने में लगी हुई हैं।
कद्दावर कांग्रेस नेताओं को पदयात्रा से जनाधार बढ़ने की काफी उम्मीद
भारत जोड़ो यात्रा के सहारे कांग्रेस के कद्दावर नेताओंं जनाधार बढ़ने की काफी उम्मीद लगाए बैठे हैं। कांग्रेस के दक्षिण नेताओं को पदयात्रा से राज्यों से निकलने वाले यात्रा से कांग्रेस के सियासी रूतबे बढ़ने की उम्मीद हैं। क्योंकि कांग्रेस कई वर्षों से जनता से सीधे जुड़ नहीं पाए और ना ही राज्यों के साथ ही केंद्र की मोदी सरकार को घेर पाने में सक्षम रही हैं।