भारत में कई ऐसे मंदिर और तीर्थस्थल हैं जो अपनी गाथाओं, रहस्यों, महत्व और चमत्कारों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध हैं
प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिरों के साथ ही 21वीं सदी में भी कई रहस्यमय और चमत्कारी मंदिर हैं
इन्हीं मंदिरों में से एक है, राजस्थान के दौसा जिले में स्थित मेहंदीपुर बालाजी मंदिर। ये मंदिर अनोखी परंपराओं और मान्यताओं के लिए जाना जाता है
इस मंदिर में आप विचित्र रस्में और अजीब मान्यताएं देखेंगे, ये आपको चकित कर सकती है
मेहंदीपुर बालाजी की बाईं छाती में एक छेद है, इससे निरंतर जल बहता रहता है
लोक मान्यताओं के मुताबिक इसे बालाजी का पसीना माना जाता है
बालाजी के सामने भगवान राम और माता सीता की प्रतिमा है कहा जाता है कि ये मूर्तियां आमने-सामने हैं। क्योंकि बालाजी राम-सीता के दर्शन करते रहते हैं
भक्तों को यहां आने से पहले एक सप्ताह तक प्याज, लहसुन, मांसाहार और शराब का सेवन नहीं करना होता है
मेहंदीपुल बालाजी में लोग भूत और प्रेत-बाधाओं से छुटकारा पाने के लिए दूर-दूर से आते हैं
यहां प्रेत बाधाओं से परेशान लोगों की लंबी भीड़ रहती है प्रेत-बाधाओं से मुक्ति के लिए हर रोज 2 बजे कीर्तन आयोजित होता है