मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने भोपाल में नौवें राष्ट्रीय साइबर मनोविज्ञान सम्मेलन की एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यशाला का आयोजन मध्यप्रदेश के राज्य महिला आयोग और रिस्पॉन्सिबल नेटिज्म संस्थान मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में समन्वय भवन में किया गया। महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने बताया कि यहां साइबर अपराधों पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई और मुझे लगता है कि यह आज एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। हम महिलाओं, बच्चों या किसी अन्य वर्ग के साथ होने वाली ऐसी साइबर अपराध घटनाओं के बारे में पढ़ते और सुनते हैं। हम आम आदमी को जागरूक करने के लिए ऐसी कार्यशालाएं आयोजित कर रहे हैं। इसे राज्य के हर जिले में ले जाएंगे ताकि लोग साइबर अपराधों और धोखाधड़ी से खुद को बचा सकें।
आज भोपाल स्थित समन्वय भवन में महिला एवं बाल विकास विभाग, मप्र राज्य महिला आयोग और #रिस्पॉन्सिबल_नेटिजम द्वारा आयोजित 9वें #राष्ट्रीय_सायबर_सायकोलॉजी_कॉन्फ्रेंस में सहभागिता की।#CyberWellness #CyberSafety #CyberSecurity #ResponsibleNetism pic.twitter.com/EjiK50faqL
— Nirmala Bhuria (@NirmalaBhuria) January 22, 2025
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मंत्री भूरिया ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवाओं में साइबर वेलनेस के बारे में जागरूकता पैदा करना और एक सुरक्षित डिजिटल परिदृश्य को बढ़ावा देना है। क्योंकि साइबर अपराध आज के समय का सबसे नया और सबसे खतरनाक अपराध बन गया है। आज के समय में आधुनिक तकनीक का दुरुपयोग हो रहा है और साइबर अपराध से बचने का एकमात्र उपाय जागरूकता और सतर्कता है। कार्यशाला समाज को साइबर अपराधों से बचाने का एक अभिनव प्रयास है। मोबाइल फोन के बढ़ते उपयोग ने लोगों के काम को आसान बना दिया है। लेकिन सुरक्षा को लेकर सवाल भी खड़े किए हैं।
कार्यशाला का लक्ष्य
महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने मंत्री ने कहा कि राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग का लक्ष्य बच्चों, युवाओं और महिलाओं को साइबर सुरक्षा प्रदान करना है। कार्यशाला से न केवल साइबर वेलनेस को बढ़ावा मिलेगा बल्कि युवाओं में ऑनलाइन अपराधों को रोकने की क्षमता भी विकसित होगी। कार्यशाला के माध्यम से युवाओं को डिजिटल साक्षरता, ऑनलाइन सुरक्षा, साइबर खतरों और ऑनलाइन यौन अपराधों जैसे साइबर खतरों से बचने का ज्ञान दिया जाएगा।