उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाकुंभ 2025 के लिए स्थापित उत्तराखंड मंडपम का निरीक्षण करने के लिए उत्तर प्रदेश का दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड मंडपम में ठहरे तीर्थयात्रियों से मुलाकात की और उत्तराखंड के तीर्थयात्रियों के लिए उपलब्ध कराए जा रहे आवास और भोजन व्यवस्था की भी समीक्षा की। बता दें कि उत्तराखंड मंडपम देश और दुनिया भर के भक्तों के लिए उत्तराखंड की संस्कृति का अनुभव करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
प्रयागराज में आयोजित ‘समानता के साथ समरसता’ कार्यक्रम में सम्मिलित होकर विभिन्न प्रदेशों से आए अतिथि जनों को संबोधित किया। इस अवसर पर पूज्य साधु-संतों और गुरुजनों का सानिध्य एवं आशीष भी प्राप्त हुआ।
पूज्य संतों और देवतुल्य जनता के आशीर्वाद एवं आदरणीय प्रधानमंत्री श्री… pic.twitter.com/g85bAL9MZR
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 9, 2025
उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है
उत्तराखंड मंडपम सुविधा प्रदान करने के साथ ही मंडपम में तीर्थयात्रियों को महाकुंभ के अंतगर्त राज्य के सार में डूबने की अनुमति देता है। उत्तराखंड की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के अलावा, क्षेत्र की कला, संस्कृति और विशेष उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री की व्यवस्था की गई है। बता दें कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के विशेष रूप से निर्देशों के तहत उत्तराखंड सरकार ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 में यह सुविधा स्थापित की है।
‘समता के साथ समरसता’ कार्यक्रम
इस बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी ने निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि और परमार्थ निकेतन प्रमुख चिदानंद सरस्वती के साथ ‘समता के साथ समरसता’ कार्यक्रम में भाग लिया। और महाकुंभ में आयोजित ज्ञान महाकुंभ “भारतीय शिक्षा: राष्ट्रीय अवधारणा” कार्यक्रम में भी भाग लिया