उत्तर प्रदेश: बीमार बेटी को छोड़ ड्यूटी पर लौटे जवान शकील अहमद - Punjab Kesari
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उत्तर प्रदेश: बीमार बेटी को छोड़ ड्यूटी पर लौटे जवान शकील अहमद

कश्मीर में तैनाती के लिए रवाना हुए जवान शकील अहमद

उत्तर प्रदेश के जवान शकील अहमद अपनी बीमार बेटी को छोड़कर कश्मीर में ड्यूटी पर लौट गए हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते उन्हें बटालियन से बुलावा आया। उनके परिवार का कहना है कि देशसेवा के लिए हमेशा तैयार हैं, चाहे कोई भी परिस्थिति हो।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। पाकिस्तान लगातार भारत से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइलों से हमले कर रहा है। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब के कई जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इन परिस्थितियों के बीच उत्तर प्रदेश के कन्नौज के एक जवान को उसकी बटालियन ने वापस बुला लिया है। राजपूत रेजिमेंट के जवान शकील अहमद की कश्मीर में तैनाती है। वह बेटी की तबीयत खराब होने के कारण घर आए थे। बटालियन से फोन आने के बाद शकील अहमद ड्यूटी के लिए घर से रवाना हो गए हैं। शकील अहमद के भाई रिटायर्ड सूबेदार मेजर जावेद खान ने बताया कि वह चार भाई हैं और चारों सेना में थे। तीन भाई रिटायर हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार को बटालियन से हवलदार शकील अहमद के लिए वापस नौकरी पर आने के लिए फोन आया था। वह 31 राजपूत रेजिमेंट में तैनात हैं।

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उन्होंने कहा, “हम लोगों को आज बहुत खुशी हो रही है कि हमारा छोटा भाई जंग लड़ने जा रहा है। तीन भाई तो रिटायर हो गए हैं, लेकिन हमारे अंदर आज भी वह जज्बा है कि बटालियन बुलाए तो हम तैयार हैं। कभी भी हमारी सेना को अगर जरूरत पड़े तो हम तीनों भाई सरहद पर जाकर दुश्मन के दांत खट्टे कर सकते हैं। इस दौरान, साल 1999 की कारगिल की जंग को याद करते हुए उन्होंने कहा कि ढाई महीने की वह जंग उन्होंने देखी है। ऐसी स्थिति में हमें मात्र सरहद और अपना कर्तव्य याद रहता है, गांव-घर और रिश्ता क्या होता है, सब भूल जाते हैं।

जावेद खान ने कहा, “चलो वतन की आबरू को अब बचाना है, वतन से दुश्मनों को अब भगाना है… कफन को बांध लो सर पर, अब आ गया वो दिन, वतन के बदले अपनी जान को भी लुटाना है।” उन्होंने कहा कि इससे अच्छा पल और क्या हो सकता है। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर संदेश दिया है कि अगर जरूरत पड़े तो वह सीमा पर जंग लड़ने के लिए तैयार हैं, सबसे पहले उन्हें बुलाया जाए। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश पर जो संकट आ रहा है, दुश्मन जो हमें आंखें दिखा रहा है, ऐसे में अगर जरूरत पड़े तो मैं सीमा पर जाने के लिए तैयार हूं।

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