संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने सोमवार को अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) पर जरूरतमंदों तक मानवीय सहायता पहुंचाने में बाधा डालने का आरोप लगाया। यह आरोप विशेष रूप से पश्चिमी सूडान के दारफुर क्षेत्र में लगाया गया। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने एक बयान में कहा, “आरएसएफ से संबद्ध सूडानी राहत एवं मानवीय कार्य एजेंसी (एसएआरएचओ) के लगातार लगाए गए प्रतिबंध और नौकरशाही बाधाएं, लोगों तक जीवन रक्षक सहायता पहुंचने में बाधा डाल रही हैं।”
इसमें कहा गया है कि एसएआरएचओ की बार-बार की गई प्रतिबद्धताओं के बावजूद, मानवीय कार्यकर्ताओं को अवरोध, अनुचित हस्तक्षेप और परिचालन प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है। यह अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून और सूडान के नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता का उल्लंघन है।
ओसीएचए ने एसएआरएचओ से तत्काल और ठोस कदम उठाकर समग्र मानवीय समुदाय के साथ जुड़ने की अपील की, ताकि तुरंत जीवन रक्षक सहायता की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। साथ ही सहायता काफिलों के लिए प्रक्रियाओं को सरल बनाया जा सके। वहीं, सैन्य सहायता की मांग सहित मानवीय कार्यों में हस्तक्षेप को समाप्त किया जा सके।