भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ट्रंप प्रशासन भारत को शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रखने के लिए उत्सुक थे और द्विपक्षीय संबंधों को प्राथमिकता दे रहे है। मजबूत नींव पर संबंधों को और मजबूत किया जा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ट्रंप प्रशासन क्वाड को और आगे ले जाने और इसकी गतिविधियों को तेज करने का इच्छुक है। यह बहुत स्पष्ट था कि ट्रंप प्रशासन भारत को उद्घाटन समारोह में मौजूद रखने के लिए उत्सुक थे। वे स्पष्ट रूप से द्विपक्षीय संबंधों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
Speaking to the press in Washington DC.
https://t.co/DJsRaAyXAJ— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 22, 2025
ट्रंप प्रशासन ने दिया योगदान
बैठकों में यह भी स्पष्ट था कि वे संबंधों की नींव पर निर्माण करना चाहेंगे, एक ऐसी नींव जिसे बनाने में पहले ट्रंप प्रशासन ने भी बहुत योगदान दिया था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई पहल शुरु कीं और हमने देखा कि वे कई मायनों में परिपक्व हुई हैं। और तीसरी धारणा में क्वाड के संबंध में, एक बहुत मजबूत भावना यह थी कि वर्तमान प्रशासन भी क्वाड को आगे ले जाने और इसकी गतिविधियों को तेज करने की हमारी इच्छा का जवाब देगा।
विदेश मंत्री मार्को रुबियो से की मुलाकात
जयशंकर ने वाशिंगटन डीसी में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दूत के रूप में उनका प्रतिनिधित्व किया। वे राष्ट्रपति ट्रंप के लिए प्रधानमंत्री का एक पत्र लेकर आए। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने वाशिंगटन डीसी में जयशंकर से मुलाकात की और अमेरिका-भारत साझेदारी को मजबूत करने के लिए साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की। विदेश मंत्री रुबियो और विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी को मजबूत करने के लिए साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने क्षेत्रीय मुद्दों और अमेरिका-भारत संबंधों को और गहरा करने के अवसरों सहित कई विषयों पर चर्चा की। यह बैठक सचिव रुबियो की पदभार ग्रहण करने के बाद पहली द्विपक्षीय मुलाकात थी। दोनों नेताओं ने महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों, रक्षा, ऊर्जा और एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र की उन्नति जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर जोर दिया।