सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़ भाग चुके हैं। सेना ने कहा कि देश में राष्ट्रपति की सत्ता खत्म हो चुकी है। 11 दिनों से विद्रोही गुटों और सेना के बीच कब्जे के लिए लड़ाई चल रही थी। विद्रोही लड़ाके राजधानी दमिश्क में घुस चुके हैं। PM ने विद्रोहियों को सत्ता सौंपने का प्रस्ताव दिया है। PM मोहम्मद गाजी अल जलाली ने कहा है कि वो देश में रहेंगे और जिसे भी सीरिया के लोग चुनेंगे, उसके साथ मिलकर काम करेंगे। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक एक हफ्ते में विद्रोहियों ने सीरिया के चार बड़े शहरों-अलेप्पो, हमा, होम्स और दारा पर कब्जा कर लिया है।
3.70 लाख लोगों को होना पड़ा विस्थापित
विद्रोही लड़ाके राजधानी दमिश्क में दारा शहर की तरफ से घुसे हैं। उन्होंने 6 दिसंबर को कब्जा किया था। दारा वही शहर है, जहां से 2011 में राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत हुई थी। पूरे देश में जंग छिड़ गई थी। दारा से राजधानी दमिश्क की दूरी करीब 100 किमी है। यहां विद्रोहियों ने कब्जा किया है। वहीं, अलेप्पो, हमा और होम्स इस्लामी चरमपंथी ग्रुप हयात तहरीर अल-शाम की गिरफ्त में है। संघर्ष से 3.70 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा है।
27 नवंबर को शुरू हुआ था संघर्ष
27 नवंबर को सीरिया में सेना और सीरियाई विद्रोही गुट हयात तहरीर अल शाम के बीच 2020 की सीजफायर के बाद फिर संघर्ष शुरू हुआ था। 1 दिसंबर को विद्रोहियों ने सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो पर कब्जा कर लिया। इसे राष्ट्रपति बशर अल असद ने सीरिया की जंग के दौरान 4 साल की लड़ाई के बाद जीता था। अलेप्पो जीतने के 4 दिन बाद विद्रोही गुटों ने एक और बड़े शहर हमा और फिर दक्षिणी शहर दारा पर कब्जा कर लिया। इसके बाद दमिश्क को दो दिशाओं से घेर लिया है। दारा और राजधानी दमिश्क के बीच सिर्फ 90 किमी की दूरी है। इस तरह असद ने 11 दिन के भीतर अपनी सत्ता गवां दी और सीरिया पर असद परिवार के 50 साल का शासन खत्म हुआ।