उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को स्टार्टअप इंडिया पहल के नौ साल पूरे होने पर नियमों और विनियमों को आसान बनाकर देश में स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना की।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उत्तर प्रदेश के सीएम ने कहा कि “आदरणीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी के दूरदर्शी नेतृत्व में, स्टार्टअप इंडिया पहल ने देश में उद्यमिता को नए आयाम दिए हैं और युवा और महिला शक्ति को आत्मनिर्भर बनाया है। आज सरल नियमों, वित्तीय सहायता और नवाचार को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों के माध्यम से भारत स्टार्टअप के लिए एक वैश्विक केंद्र बन गया है। युवाओं को नौकरी चाहने वालों से नौकरी देने वालों में बदलने की इस क्रांतिकारी पहल के 9 साल पूरे होने पर सभी स्टार्टअप उद्यमियों को बधाई और प्रधानमंत्री का हार्दिक आभार!”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्टार्टअप इंडिया पहल की 9वीं वर्षगांठ मनाई, जिसमें देश के नवाचार और उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र पर इसके परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने लिखा कि “आज, हम #9YearsOfStartupIndia मना रहे हैं, यह एक ऐतिहासिक पहल है जिसने नवाचार, उद्यमशीलता और विकास को फिर से परिभाषित किया है। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जो मेरे दिल के बहुत करीब है, क्योंकि यह युवा सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने का एक शक्तिशाली तरीका बनकर उभरा है।”
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के दूरदर्शी नेतृत्व में ‘स्टार्टअप इंडिया’ पहल ने देश की उद्यमशीलता को नए आयाम देते हुए युवाओं एवं मातृशक्ति को आत्मनिर्भर बनाया है।
सरल नियमों, वित्तीय सहयोग और नवाचार को प्रोत्साहन देने वाली नीतियों के माध्यम से आज भारत स्टार्टअप्स का…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 16, 2025
आधिकारिक तौर पर जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 15 जनवरी, 2025 तक उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) द्वारा मान्यता प्राप्त 1.59 लाख से अधिक स्टार्टअप के साथ खुद को दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम के रूप में स्थापित किया है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप ने 2016 से 31 अक्टूबर, 2024 तक विभिन्न क्षेत्रों में 16.6 लाख से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां पैदा की हैं, जो देश में रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
100 से अधिक यूनिकॉर्न द्वारा संचालित यह जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र वैश्विक मंच पर नवाचार और उद्यमशीलता को फिर से परिभाषित करना जारी रखता है। बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर जैसे प्रमुख केंद्रों ने इस परिवर्तन का नेतृत्व किया है, जबकि छोटे शहरों ने देश की उद्यमशीलता की गति में तेजी से योगदान दिया है।