भारतीय वायु सेना ने गंगा एक्सप्रेसवे पर राफेल, जगुआर और मिराज विमानों के साथ फ्लाईपास्ट किया। इस अभ्यास ने एक्सप्रेसवे की क्षमता का आकलन किया, जो युद्ध या आपात स्थितियों में वैकल्पिक रनवे के रूप में काम कर सकता है। हवाई पट्टी पर 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे यह रक्षा तैयारियों के लिए एक रणनीतिक संपत्ति बनती है।
भारतीय वायु सेना (IAF) ने उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे पर फ्लाईपास्ट किया। वायु सेना ने उत्तर प्रदेश में निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के हिस्से शाहजहांपुर में 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी पर उड़ान भरने और उतरने का अभ्यास किया। इस अभ्यास में राफेल, जगुआर और मिराज सहित अपने लड़ाकू और परिवहन विमानों के साथ उड़ान भरने और उतरने के अभ्यास के साथ अपनी परिचालन तत्परता का प्रदर्शन किया। बता दें कि युद्ध या राष्ट्रीय आपात स्थितियों के दौरान वैकल्पिक रनवे के रूप में एक्सप्रेसवे की क्षमता का आकलन करने के लिए यह अभ्यास आयोजित किया जा रहा है।
#WATCH | शाहजहांपुर: भारतीय वायु सेना (IAF) उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेस-वे पर फ्लाईपास्ट कर रही है। वायु सेना यहां टेक-ऑफ और लैंडिंग अभ्यास कर रही है।
युद्ध या राष्ट्रीय आपातकाल के समय वैकल्पिक रनवे के रूप में एक्सप्रेस-वे की क्षमता का आकलन करने के लिए यह अभ्यास आयोजित किया… pic.twitter.com/m3js0b2xT7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 2, 2025
250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए
गंगा एक्सप्रेसवे देश की पहली हवाई पट्टी होगी जिसे लड़ाकू विमानों की दिन और रात की लैंडिंग का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो इसे रक्षा तैयारियों के लिए एक रणनीतिक संपत्ति बनाता है। यह वायु सेना के प्रशिक्षण और पूर्वाभ्यास बेस के रूप में भी काम करेगा। व्यापक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हवाई पट्टी के दोनों ओर लगभग 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। एयर शो की तैयारी में, भारतीय वायुसेना ने हवाई पट्टी का परिचालन नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है, जिसमें वायुसेना और उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) के कर्मचारी समन्वय के प्रयास कर रहे हैं।
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रात में लड़ाकू विमान गरजेंगे
हवाई पट्टी की रात्रि लैंडिंग क्षमताओं का परीक्षण करने के लिए एयर शो दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। दिन और रात में लड़ाकू विमान गरजेंगे। बता दें कि केवल एक मीटर की कम ऊंचाई पर फ्लाई-पास्ट करेंगे, उसके बाद लैंडिंग और टेक-ऑफ अभ्यास करेंगे। यह क्रम शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक दोहराया जाएगा।