अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से दो दिन पहले हजारों लोग राजधानी वाशिंगटन डीसी में एकत्र हुए और उनकी नीतियों का विरोध किया। ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेंगे। सखी फॉर साउथ एशियन सर्वाइवर्स समेत गैर-लाभकारी निकायों के एक समूह ने पीपुल्स मार्च के बैनर तले यहां ट्रंप की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ट्रंप विरोधी पोस्ट दिखाते हुए प्रदर्शनकारियों ने अगले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के मालिक एलन मस्क समेत उनके करीबी समर्थकों के खिलाफ नारे लगाए।
जनवरी 2017 में ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के समय भी ऐसा ही एक विरोध प्रदर्शन हुआ था। तीन अलग-अलग पार्कों से शुरू हुए विरोध मार्च लिंकन मेमोरियल के निकट समाप्त हुए। पीपुल्स मार्च की तरफ से कहा गया कि सामूहिक विरोध प्रदर्शन हमारे समुदायों को यह दिखाने का सबसे प्रभावी तरीका है कि हम पहले से ही नतमस्तक नहीं हैं और फासीवाद के आगे नहीं झुक रहे हैं।
समूह के सदस्यों में अबॉर्शन एक्शन नाउ, टाइम टू एक्ट, सिस्टरसॉन्ग, विमेंस मार्च, पॉपुलर डेमोक्रेसी इन एक्शन, हैरियट्स वाइल्डेस्ट ड्रीम्स, द फेमिनिस्ट फ्रंट, नाउ, प्लांड पैरेंटहुड, नेशनल विमेंस लॉ सेंटर एक्शन फंड, सिएरा क्लब और फ्रंटलाइन शामिल हैं।
एक प्रदर्शनकारी ब्रिटनी मार्टिनेज ने यूएसए टुडे से कहा कि “हम वास्तव में महिलाओं, समानता, और हर उस चीज का समर्थन करते हैं जिसके बारे में हमें लगता है कि अभी हमारे पास ज्यादा कहने को कुछ नहीं है।”