प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 फरवरी से 12 फरवरी तक फ्रांस यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ AI शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे और भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को भी संबोधित करेंगे। चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री फ्रांस-इंडिया के अध्यक्ष कुमार आनंद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा और AI एक्शन समिट की भारत द्वारा सह-अध्यक्षता को दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया, साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते भू-राजनीतिक महत्व और वैश्विक शासन, सुरक्षा और विकास पर AI के प्रभाव पर भी प्रकाश डाला।
पाँच विषयों पर चर्चा की जाएगी
अध्यक्ष कुमार आनंद ने कहा कि भारत द्वारा पेरिस में एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करना भारत और फ्रांस के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, AI अब एक भू-राजनीतिक विषय है। भारत और फ्रांस पेरिस में इस वैश्विक शिखर सम्मेलन की पहल का नेतृत्व कर रहे हैं, इसके पाँच मुख्य विषय हैं। AI पर वैश्विक शासन एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है, दूसरा सार्वजनिक हित और आम भलाई के लिए एआई है, जो बहुत महत्वपूर्ण है। तीसरा संस्कृति और रचनात्मक उद्योग के विषय पर आधारित है। कार्यबल, मानव संसाधन, चौथा विषय है, और पांचवाँ तत्व सुरक्षा और सभी साइबर खतरों के विषय पर आधारित है। शिखर सम्मेलन के दौरान इन पाँच विषयों पर चर्चा की जाएगी
AI का होगा विकास
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के विकास पर जोर दिया और शिखर सम्मेलन से भारत की अपेक्षाओं को प्राथमिकता दी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि AI अनुप्रयोगों को सुरक्षित, मानवीय, जिम्मेदार और भरोसेमंद तरीके से डिजाइन, विकसित, तैनात और उपयोग किया जाना चाहिए। बता दें कि यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छठी फ्रांस आधिकारिक यात्रा है।