पाकिस्तान के हिंसा प्रभावित खैबर पख्तूनख्वा (केपी) और बलूचिस्तान प्रांतों में सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ लक्षित आतंकवादी हमलों में तेजी देखी जा रही है। हालांकि पिछले 24 घंटों में आतंकवाद विरोधी अभियानों में कई आतंकवादी हताहत भी हुए। हमलों का यह ताजा सिलसिला बोलन दर्रे में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के सदस्यों द्वारा जाफर एक्सप्रेस यात्री ट्रेन अपहरण के बाद शुरू हुआ है। इस हमले में 18 सुरक्षाकर्मियों सहित कम से कम 26 बंधकों की हत्या कर दी गई थी। दो दिन के ऑपरेशन के दौरान पांच सुरक्षाकर्मी भी शहीद हो गए।
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नवीनतम जानकारी के अनुसार, केपी और बलूचिस्तान के विभिन्न हिस्सों से ताजा झड़पों की सूचना मिली है। पुलिस अधिकारियों, कांस्टेबलों, सुरक्षा कर्मियों और अन्य लोगों पर घात लगाकर हमले किए गए। पुलिस सूत्रों ने कहा कि केपी प्रांत में विभिन्न हमलों में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया, जबकि कम से कम छह आतंकवादी मारे गए।
केपी के बन्नू शहर में हथियारबंद मोटरसाइकिल सवारों ने लोअर हेड कांस्टेबल (एलएचसी) को निशाना बनाया, जब वह मीरानशाह रोड पर ड्यूटी पर था। हमले में कांस्टेबल की मौत हो गई, जबकि हमलावर मौके से भाग निकले। केपी पुलिस और आतंकवाद निरोधी विभाग (सीटीडी) के कमांडो ने बन्नू में एक ऑपरेशन (आईबीओ) के दौरान दो आतंकवादियों को मार गिराया।
केपी के लक्की मरवत इलाके में पुलिस कर्मियों ने सराय गाम्बिला में एक पुलिस स्टेशन पर आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया। केपी पुलिस ने दो दिन के अभियान के बाद कुर्रम पार के पहाड़ी इलाके में आतंकवादियों के कई ठिकानों को भी नष्ट कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शनिवार को दादिवाला पुलिस स्टेशन और अब्बास खट्टक पुलिस चौकी पर आतंकवादी हमले के बाद यह अभियान शुरू हुआ। इसके परिणामस्वरूप आतंकवादियों और पुलिस अधिकारियों के बीच हिंसक झड़पें हुईं और भीषण गोलीबारी हुई। झड़पों में एक आतंकवादी मारा गया।