जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तानी सेना ने भारतीय हमले की आशंका में सैन्य तैयारी शुरू कर दी है। नौसेना और वायुसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पाकिस्तान के मंत्री ने दावा किया है कि भारत अगले 24-36 घंटों में सैन्य कार्रवाई कर सकता है।
जम्मू-कश्मीर में पहलगाम हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी का माहौल बना हुआ है। पाकिस्तान को भारतीय सेना की कार्रवाई का डर सता रहा है। बता दें कि पहले पाकिस्तान की तरफ से कई गीदड़भभकी दी गई थी लेकिन अब पाकिस्तान में दहशत का माहौल बना हुआ है, यही कारण कि पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सैन्य कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी नौसेना के जहाज, जिनमें उसके फ्रिगेट और पनडुब्बियां शामिल हैं, किसी भी संभावित भारतीय गतिविधि से निपटने में सक्षम होने के लिए समुद्र में अपने-अपने बंदरगाहों में पहले से ही तैनात हैं। पाकिस्तान वायु सेना ने उड़ान संचालन में 50 प्रतिशत से अधिक की कमी की है, और हवाई क्षेत्र में भ्रम से बचने के लिए केवल आवश्यक संचालन ही किया जा रहा है।
अट्टा तरार का रात 2 बजे का ड्रामा सिर्फ पाकिस्तान की हताश कोशिश है कि वह पहलगाम में आतंक फैलाने के बाद खुद को पीड़ित दिखाए!
🇮🇳 भारत इन कायरों को सबक सिखाने को तैयार है।
भारत निर्णायक कार्रवाई करेगा, और पाकिस्तान को इसके परिणाम भुगतने होंगे! 🇵🇰 pic.twitter.com/JLdzPuW73u
— Arun Yadav (@BeingArun28) April 30, 2025
अताउल्लाह तरार का बयान
संघीय सूचना और प्रसारण मंत्री, अताउल्लाह तरार ने एक बयान जारी कर दावा किया था कि पाकिस्तान के पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है जो बताती है कि भारत अगले 24-36 घंटों के भीतर देश के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू करने की योजना बना रहा है। बता दें कि एक्स पर एक पोस्ट में तरार ने लिखा कि पाकिस्तान के पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत पहलगाम घटना में शामिल होने के निराधार और मनगढ़ंत आरोपों के बहाने अगले 24-36 घंटों में पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने का इरादा रखता है।
‘अगर पाकिस्तान दुश्मनी चाहता है तो हम भी तैयार हैं’, फारूक अब्दुल्ला की चेतावनी
पोस्ट में आगे कहा गया कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार रहा है और इस संकट के दर्द को सही मायने में समझता है। हमने हमेशा दुनिया में कहीं भी इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में इसकी निंदा की है। एक जिम्मेदार राज्य होने के नाते, पाकिस्तान ने विशेषज्ञों के एक तटस्थ आयोग द्वारा एक विश्वसनीय, पारदर्शी और स्वतंत्र जांच की पेशकश की, जिसका दिल से स्वागत किया गया।