उत्तर प्रदेश के संभल में प्रशासन ने अलविदा की नमाज़ सिर्फ़ ईदगाहों और मस्जिदों में अदा करने के निर्देश दिए हैं। सड़कों पर नमाज़ अदा करने से रोकने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं। रैपिड एक्शन फ़ोर्स और पुलिस ने जामा मस्जिद के बाहर फ्लैग मार्च किया। ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है ताकि त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा सके।
उत्तर प्रदेश के संभल प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के दिशा निर्देश जारी किए हैं कि अलविदा की नमाज़ सिर्फ़ ईदगाहों और मस्जिदों में ही अदा की जाए, सड़कों पर नहीं। त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं। रमज़ान के आखिरी शुक्रवार के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए रैपिड एक्शन फ़ोर्स और संभल पुलिस ने जामा मस्जिद के बाहर फ्लैग मार्च किया। संभल के ज़िला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि शांतिपूर्ण उत्सव सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
संवाददाताओं से बात करते हुए डीएम राजेंद्र पेंसिया ने कहा, सभी लोगों ने हमें आश्वासन दिया है कि वे अपना समर्थन देंगे,सड़कों पर नमाज अदा न करने के आदेश जारी किए गए हैं…पर्याप्त बल तैनात किया गया है। संभल के एएसपी श्रीश चंद्र ने बताया कि पुलिस ड्रोन निगरानी और सीसीटीवी से स्थिति पर नज़र रख रही है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, अलविदा की नमाज़ से पहले संभल में पुलिस बल तैनात किया गया है। नमाज़ शांतिपूर्ण तरीके से होगी,सीसीटीवी के ज़रिए निगरानी के साथ-साथ ड्रोन से निगरानी की जा रही है…कोई भी सड़क पर नमाज़ अदा नहीं करेगा, ऐसा निर्देश दिया गया है।
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इस बीच गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने अलविदा जुम्मा (रमज़ान का आखिरी शुक्रवार), चेटी चंद त्योहार और ईद-उल-फितर समारोह के मद्देनज़र 28 मार्च से 31 मार्च तक पूरे जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 लागू कर दी है। प्रयागराज पुलिस ने भी किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाए हैं। ASP अजय पाल शर्मा ने बताया कि सभी थाना क्षेत्रों और जिले में शांति समितियों की बैठक हो चुकी है। पुलिस कर्मियों को आगामी त्योहारों के बारे में जानकारी दी गई है और उन्हें जागरूक किया गया है। सभी थाना क्षेत्रों और जिले में शांति समितियों की बैठकें हो चुकी हैं। नागरिकों से सहयोग की अपील की गई है। सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की आवाजाही और यातायात के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। नमाज अदा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।