नांदेड़ फायरिंग केस: अंतरराष्ट्रीय आतंकी रिंदा के कनेक्शन की जांच - Punjab Kesari
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नांदेड़ फायरिंग केस: अंतरराष्ट्रीय आतंकी रिंदा के कनेक्शन की जांच

नांदेड़ फायरिंग केस में आतंकी रिंदा की भूमिका की जांच

महाराष्ट्र के नांदेड़ में सोमवार सुबह गुरुद्वारे के बाहर बाइक पर बैठे दो लोगो पर अज्ञात शूटर ने फायरिंग की। इसमें गुरमीत सिंह सेवादार और रविंद्र सिंह दयाल सिंह राठौड़ को गोली लग गई। गोली इतनी नजदीक से मारी गई थी कि गुरमीत के बॉडी को छलनी करके रविंद्र राठौर के भी किडनी में लगी। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान रविंद्र राठौड़ की मौत हो गई। वहीं गुरमीत सिंह बच गया और वो जख्मी है। नांदेड़ के एसपी ने कहा क‍ि ऐसा प्रतीत होता है क‍ि शूटर के न‍िशाने पर गुरमीत था, लेक‍िन रविंंद्र राठौर इसका शिकार हो गया। दरअसल गुरमीत पर अंतरराष्ट्रीय आतंकी रिंदा के भाई की हत्या का आरोप है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या रिंदा ने अपने भाई की हत्या का बदला लिया है।

आतंकी संगठनों से जुड़ने से पहले रिंदा छात्र राजनीति में सक्रिय था। रिंदा पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला है। 11 साल की उम्र में रिंदा अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र के नांदेड़ साहिब में शिफ्ट हो गया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, रिंदा ने 18 साल की उम्र में पारिवारिक विवाद के चलते तरनतारन में अपने एक रिश्तेदार की हत्या कर दी थी। उसके खिलाफ वजीराबाद और विमंतल पुलिस थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, शस्त्र अधिनियम आदि के तहत दो प्राथमिकी दर्ज की गई थी। 2016 में दो मामले दर्ज किए गए थे और दोनों में रिंदा को भगोड़ा घोषित किया गया था। नांदेड़ में रिंदा का रोशन सिंह माली नाम के शख्स के साथ झगड़ा हुआ था और फिर माली ने रिंदा को मारने की सुपारी गुरमीत सिंह नाम के शख्स को दी थी। इस विवाद को सुलझाने के बहुत कोशिश की गई पर उसी साल फायरिंग में रिंदा के भाई सुरेंद्र सिंह की मौत हो गई।

इसी गुरमीत को सोमवार सुबह अज्ञात शख्स ने गोली मारी। ऐसे में आशंका है कि रिंदा ने अपने भाई की मौत का बदला गुरमीत से लेने के लिए हमला कराया हो, लेकिन फायर‍िंग की चपेट में आकर रविंद्र राठौर की मौत हो गई। इसके पहले 2016 में रिंदा ने भाई की मौत का बदला लेने के लिए अपने दो साथियों के साथ मिलकर गुरमीत सिंह के भाई दिलबाग सिंह राजा सिंह का किडनैप किया और पंजाब में ले जाकर 23 फरवरी 2016 को उसकी हत्‍या कर दी। अब जब गुरमीत सिंह पर फायरिंग हुई है तो एक बार फिर शक की सुई रिंदा पर ही है। पुलिस का कहना है कि जांच हर एक एंगल से की जा रही है। गुरमीत सिंह की सीधी दुश्मनी रिंदा से थी, क्योंकि उसके भाई की मौत का जिम्मेदार गुरमीत ही था। पुलिस इस मामले में जांच के लिए केंद्रीय एजेंसियों और पंजाब पुलिस की भी जरूरत पड़ने पर मदद ले सकती है।

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