Modi ने आज में जारी रखा असत्य का प्रचार-प्रसार : कमलनाथ - Punjab Kesari
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Modi ने आज में जारी रखा असत्य का प्रचार-प्रसार : कमलनाथ

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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खरगोन की सभा पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उन्हे उम्मीद थी कि श्री मोदी प्रचार के अंतिम दिन अपने पांच वर्षो के कार्यकाल का हिसाब देंगे, लेकिन आज भी उन्होंने अपने असत्य का प्रचार प्रसार जारी रखा।

श्री कमलनाथ यहां जारी बयान में श्री मोदी की खरगोन सभा पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के मेरठ से प्रचार प्रारंभ कर जो असत्य बोलना चालू किया, उसे आज प्रचार समाप्ति के अंतिम दिन तक जारी रखा।

उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने आज कहा कि किसानों के घर कर्ज वसूलने पुलिस जा रही है, जबकि पूरे मध्यप्रदेश में एक भी ऐसा उदाहरण नहीं है कि जहां पुलिस किसी भी किसान के घर कर्ज की वसूली के लिए जा रही हो।

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उन्होंने कहा कि हमने 21 लाख किसानों का अपने वादे के मुताबिक दो लाख तक का कर्ज माफ किया है। हमने तो प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाई और परिजनों का भी कर्ज माफ किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार और कांग्रेस किसान हितैषी है। हम तो किसानो के सम्मान के रक्षक हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने तो किसानो की छाती पर गोलियाँ चलवायी थी। उनके कपड़ उतरवाकर उन्हें जेल में बंद किया था।

श्री कमलनाथ ने कहा कि हमारी कर्ज माफी के गवाह तो प्रदेश के 21 लाख किसान हैं और वैसे भी प्रदेश का किसान तो कर्ज माफी पर खुश होकर श्री मोदी से सवाल पूछ रहा है आपने बोनस बंद क्यों किया। फसल के दाम क्यों नहीं बढ़ए। बीमा कंपनियों को बीमा योजना के नाम पर करोड़ रुपए का फायदा क्यों पहुंचाया। आपने किसानो की आय दोगुनी का वादा किया था, उसका क्या हुआ।

श्री कमलनाथ ने बताया कि श्री मोदी बिजली सप्लाई को लेकर भी आज फिर असत्य परोस गये। जबकि सच्चाई यह है कि प्रदेश में बिजली सरप्लस मौजूद है। बिजली का कोई संकट प्रदेश में नहीं है। आज भी डिमांड की शत-प्रतिशत पूर्ति हम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि श्री मोदी एक ओर असत्य परोस रहे है कि कांग्रेस ने आदिवासियों का भला नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि श्री मोदी को तो यह बताना चाहिये था कि उन्होंने पांच साल में आदिवासियों के लिए क्या किया। हमारी सरकार ने वन अधिकार कानून लाया। लघु वनोपज का न्यूनतम मूल्य निर्धारित किया।

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