महाकुंभ मेला 2025 प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। महाकुंभ में करोड़ो भक्तों ने पावन डुबकी लगा दी है। अब 77 देशों के मिशन प्रमुख राजनयिकों सहित 118 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रयागराज में महाकुंभ का दौरा करेगें। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि विदेशी राजनयिक 1 फरवरी को महाकुंभ मेले का दौरा करेंगे।
तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने की जांच
महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या के अवसर पर हुई दुखद भगदड़ की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित की गई थी। आयोग ने शुक्रवार को प्रयागराज में स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल का दौरा किया। अस्पताल में कई पीड़ितों को भर्ती कराया गया था, जिसमें कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 60 घायल हो गए। यह दुखद घटना बुधवार की सुबह संगम पर हुई। इससे पहले पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार सहित आयोग के सदस्यों ने घटना की जांच की।
एक महीने के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपेगा आयोग
इस संबंध में जारी अधिसूचना के अनुसार, आयोग को भगदड़ के कारणों और परिस्थितियों की जांच करने का काम सौंपा गया है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सिफारिशें भी देगा। जांच रिपोर्ट आयोग के गठन के एक महीने के भीतर प्रस्तुत की जानी चाहिए। बता दें कि महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा सार्वजनिक और आस्था का सामूहिक समागम है। इस समागम में मुख्य रूप से तपस्वी, संत, साधु, साध्वियाँ, कल्पवासी और सभी क्षेत्रों के तीर्थयात्री शामिल होते हैं।