भगदड़ में कम से कम 30 लोग मारे गए
महाकुंभ में हुई दुखद भगदड़ के मद्देनजर, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि 3 फरवरी को आने वाले बसंत पंचमी (तीसरे शाही स्नान) के लिए बेहतर व्यवस्था की जाएगी। दुनिया के सबसे बड़े समारोहों में से एक, चल रहे महाकुंभ में बुधवार को सुबह भगदड़ जैसी स्थिति देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए और कई लोगों की मौत हो गई। कुंभ के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) वैभव कृष्ण ने कहा कि नवीनतम अपडेट के अनुसार, भोर से पहले हुई भगदड़ में कम से कम 30 लोग मारे गए और 60 घायल हो गए। उन्होंने कहा कि 25 शवों की पहचान कर ली गई है। यह घटना उस समय हुई जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर पवित्र स्नान करने के लिए गंगा और यमुना नदियों के संगम पर एकत्र हुए थे।
बसंत पंचमी को अमृत स्नान
यह दिन दूसरे शाही स्नान का भी दिन है। महाकुंभ भगदड़ की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग पर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने गुरुवार को मिडिया से कहा, राज्य सरकार ने एक न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। वर्तमान में, हम यहां इस बात पर चर्चा करने आए हैं कि हम बसंत पंचमी के अमृत स्नान को कैसे बेहतर तरीके से आयोजित कर सकते हैं और हम बेहतर सुविधाएं कैसे प्रदान कर सकते हैं, डीजीपी कुमार ने यह भी कहा कि उन्होंने प्रयागराज में घटनास्थल का दौरा किया और मेडिकल कॉलेज में इलाज करा रहे लोगों से भी मुलाकात की। डीजीपी कुमार ने कहा, यहां भर्ती किसी की हालत गंभीर नहीं है, उनमें से कुछ के फ्रैक्चर हुए हैं…हम बसंत पंचमी के लिए बेहतर व्यवस्था करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार ने महाकुंभ में भगदड़ की घटना को बहुत गंभीरता से लिया है और मामले की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। घटना पर बोलते हुए पाठक ने कहा, प्रयागराज की घटना को सरकार ने बहुत गंभीरता से लिया है। न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। जांच रिपोर्ट के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि न्यायिक समिति समय सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। महाकुंभ में शेष अन्य महत्वपूर्ण स्नान तिथियों में 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) शामिल हैं।