कौंच बीज औषधीय गुणों से भरपूर है और यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। यह पार्किंसंस, गठिया, तनाव, अनिद्रा और डायबिटीज जैसी समस्याओं में लाभकारी है। इसका सेवन दूध के साथ करने से नींद अच्छी आती है और पुरुषों की इनफर्टिलिटी की समस्या को भी दूर करता है। हालांकि, इसे आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से ही लेना चाहिए।
बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल की समस्या से परेशान लोगों को कौंच बीज का सेवन करना चाहिए। इसका इस्तेमाल अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है।
इसका सेवन अनिद्रा की समस्या को दूर करने में मददगार हो सकता है। यदि आप कौंच बीज पाउडर का सेवन दूध के साथ करते हैं, तो आपको नींद अच्छी आएगी।
कौंच के बीज के सेवन से डायबिटीज की समस्या को कम किया जा सकता है। यह तनाव से जूझ रहे लोगों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। कौंच बीज में एंटी-डिप्रेसेंट के गुण होते हैं, जो तनाव की समस्या को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
जो लोग शरीर में दर्द होने से परेशान रहते हैं, उनके लिए भी ये बहुत फायदेमंद है। कौंच के बीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो शरीर में दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह जिम जाने वालों के लिए भी फायदेमंद है।
कौंच बीज पुरुषों की इनफर्टिलिटी की समस्या को काफी हद तक दूर करता है। यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने, शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार करने में भी मदद कर सकता है।
आमतौर पर कौंच बीज का पाउडर (3-5 ग्राम) दूध के साथ लेने की सलाह दी जाती है। हालांकि, इसके सेवन से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना जरूरी है। अधिक मात्रा में इसके इस्तेमाल से जैसे मतली, सिरदर्द या पेट की समस्या हो सकती है।
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औषधीय गुणों से भरपूर कौंच बीज स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है। कौंच बीज को ‘मैजिक वेलवेट बीन्स’ के रूप में जाना जाता है। यह एक फलीदार पौधा है और प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। कौंच बीज की पैदावार भारत के मैदानी इलाकों सबसे अधिक होती है।
कौंच बीज का इस्तेमाल पार्किंसंस रोग जैसे तंत्रिका विकारों के प्रबंधन में मदद करता है और गठिया के लक्षणों को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। कौंच बीज पाउडर का सेवन करने का सबसे प्रभावी तरीका दूध के साथ है। यह स्तन कैंसर के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकता है।