इजरायल ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है। इजरायली राजदूत ने कहा कि आतंकवादियों को निर्दोषों के खिलाफ अपने अपराधों से छिपने की कोई जगह नहीं मिलनी चाहिए। यह बयान भारतीय हमलों के संदर्भ में आया है, जिसमें पाकिस्तान और पीओजेके में आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया।
पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव में कई देशों ने भारत को अपना समर्थन दिया है। इसी बीच भारत में इजरायल के राजदूत, रियुवेन अजार ने कहा कि इजरायल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। उनकी टिप्पणी “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत भारतीय हमलों के मद्देनजर आई, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया। इजरायली दूत ने भारतीय हमलों का समर्थन किया और इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि निर्दोषों के खिलाफ उनके जघन्य अपराधों से छिपने की कोई जगह नहीं है।
भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान, PoK में #OperationSindoor के तहत लिए गए 9 लक्ष्यों की सूची का सारांश-
1. मरकज़ सुभान अल्लाह बहावलपुर
2. मरकज़ तैयबा, मुरीदके
3. सरजाल/तेहरा कलां
4. महमूना जोया सुविधा, सियालकोट,
5. मरकज़ अहले हदीस बरनाला, भिम्बर,
6. मरकज़ अब्बास, कोटली,
7.… pic.twitter.com/IUxSYpn2jw— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2025
Operation Sindoor: भारत की एयर स्ट्राइक में 90 से अधिक आतंकी ढेर
इजरायल के राजदूत ने एक्स पर लिखा कि इजरायल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि निर्दोषों के खिलाफ उनके जघन्य अपराधों से छिपने की कोई जगह नहीं है। बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वह पाकिस्तान में कई जगहों पर भारतीय मिसाइल हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। उनकी यह टिप्पणी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों के बाद आई है, जिन्होंने दिन में पहले भारतीय हमलों की रिपोर्टों को स्वीकार किया और उम्मीद जताई कि तनाव तेजी से कम हो जाएगा
यूएई के विदेश मंत्रालय (एमओएफए) ने बुधवार को एक बयान में कहा कि यूएई के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने, तनाव कम करने और आगे बढ़ने से बचने का आह्वान किया है। भारत के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले की सीधी प्रतिक्रिया थी, जिसमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे।
भारतीय सशस्त्र बलों ने एयर स्ट्राइक में नौ आतंकी ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमला किया, जिनमें से चार पाकिस्तान में, बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में थे। इस अभियान को भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया, जिसमें परिसंपत्तियों और सैनिकों को जुटाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात भर ऑपरेशन सिंदूर की लगातार निगरानी कर रहे थे।