म्यांमार में भूकंप से हुई भीषण तबाही के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत 15 टन राहत सामग्री यंगून भेजी है। इसमें टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, खाने के पैकेट, हाइजीन किट, जनरेटर और जरुरी दवाएं शामिल हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत म्यांमार की हर संभव मदद करेगा।
म्यांमार में भूकंप से भीषण तबाही के बाद बचाव अभियान चलाया जा रहा है। भारत, म्यांमार की हर संभव मदद करने के लिए तैयार है। अब भारत ने भूकंप से प्रभावित म्यांमार की सहायता के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू कर दिया है। भारतीय वायुसेना का सी-130 जे विमान लगभग 15 टन राहत सामग्री लेकर आज सुबह यंगून पहुंच गया है। राहत सामग्री में टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, खाने के पैकेट, हाइजीन किट, जनरेटर और जरुरी दवाएं शामिल हैं।
#WATCH | #MyanmarEarthquake | टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, भोजन के पैकेट, हाइजीन किट, जनरेटर और आवश्यक दवाओं सहित 15 टन राहत सामग्री की पहली खेप यांगून पहुंच गई है।#OperationBrahma
(सोर्स: MEA) pic.twitter.com/2nZh61tPkc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 29, 2025
ऑपरेशन ब्रह्मा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि ऑपरेशन ब्रह्मा, भूकंप से प्रभावित म्यांमार के लोगों की सहायता के लिए कार्य करता है। भारत ने टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, खाने के पैकेट, हाइजीन किट, जनरेटर और जरुरी दवाओं सहित 15 टन राहत सामग्री की पहली खेप लेकर विमान यांगून में उतरा और राहत सामग्री म्यांमार देश को सौंपी जा रही है।
#OperationBrahma gets underway.
First tranche of humanitarian aid from India has reached the Yangon Airport in Myanmar.
🇮🇳 🇲🇲 pic.twitter.com/OmiJLnYTwS
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) March 29, 2025
विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप और पड़ोसी थाईलैंड को हिला दिया था। भूकंप के बाद भारत ने म्यांमार के लोगों के लिए तुरंत मानवीय सहायता की पहली खेप भेजी थी। इस उड़ान के साथ एक खोज और बचाव दल, साथ ही एक चिकित्सा दल भी भेजा गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत पूरी घटना पर नज़र रखेगा और आगे भी म्यांमार को सहायता भेजी जाएगी।
Myanmar Earthquake: भारत ने की मदद, IAF C-130 J विमान से 15 टन राहत सामग्री भेजी
म्यांमार में भारतीय दूतावास का बयान
म्यांमार में भारतीय दूतावास ने कहा कि वह म्यांमार के अधिकारियों के साथ भारत से सहायता और राहत आपूर्ति की खेप के लिए बातचीत कर रहा है। हम भारतीय समुदाय के साथ भी लगातार संपर्क में हैं।