भारत ने न्यूयॉर्क में 10 से 14 फरवरी तक आयोजित सामाजिक विकास आयोग (सीएसओसीडी) के 63वें सत्र में भाग लिया, जिसका नेतृत्व महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने किया। भारत ने समावेशी नीतियों, लैंगिक समानता और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों पर प्रकाश डाला।
49 देशों ने भाग लिया
विज्ञप्ति में कहा गया कि इस सत्र का उद्देश्य सामाजिक विकास चुनौतियों पर चर्चा और सहयोग को प्रोत्साहित करना था, जिसमें समावेशी सामाजिक नीतियों को आगे बढ़ाने और वैश्विक सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। इस सत्र में फ्रांस, तुर्की, सऊदी अरब, स्वीडन आदि जैसे 16 देशों के मंत्रियों सहित 49 देशों ने भाग लिया। भारत की प्रमुख चर्चाओं में सक्रिय भागीदारी शामिल है। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने मंत्रिस्तरीय मंच पर भारत का वक्तव्य दिया, जिसमें प्राथमिकता विषय: “एकजुटता और सामाजिक सामंजस्य को मजबूत करना” को संबोधित किया गया।
डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में अग्रणी
भारत ने एकजुटता और सामाजिक सामंजस्य को मजबूत करने के महत्व पर चर्चा करने में आयोग के नेतृत्व के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी पीछे न छूटे। बता दें कि 1995 के कोपेनहेगन सामाजिक विकास शिखर सम्मेलन के बाद से, भारत ने गरीबी, कुपोषण और सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा को संबोधित करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, साथ ही सतत विकास के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में भी अग्रणी रहा है। वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ तालमेल बिठाकर और स्वदेशी समाधान विकसित करके, भारत ग्लोबल साउथ के लिए एक मॉडल बन गया है।