भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया और अब पाकिस्तान को फिर से एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डालने की योजना बना रहा है। इससे पाकिस्तान को आर्थिक नुकसान होगा और उसकी वैश्विक छवि प्रभावित होगी।
India Pakistan Tension: जम्मू कश्मीर के पहुलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” को अंजाम दिया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया गया. ऐसे में अब भारत एक और बड़ी रणनीतिक पहल की योजना बना रहा है. भारत फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) से पाकिस्तान को फिर से ग्रे लिस्ट में शामिल कराने की मांग कर सकता है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एफएटीएफ एक वैश्विक संस्था है जो मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद की आर्थिक मदद पर निगरानी रखती है. पाकिस्तान का इतिहास आतंकियों को आर्थिक सहायता देने का रहा है, जिसके चलते वह कई बार एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में रह चुका है. उसे पहली बार 2008 में ग्रे लिस्ट में डाला गया था, इसके बाद 2012 से 2015 तक और फिर जून 2018 से अक्तूबर 2022 तक वह सूची में रहा था.
पाकिस्तान को क्या होगा नुकसान?
ऐसे में अगर पाकिस्तान को फिर से ग्रे लिस्ट में शामिल किया जाता है, तो उसे कई आर्थिक नुकसानों का सामना करना पड़ेगा. विदेशी निवेश घट सकता है, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से लोन लेने में बाधाएं आएंगी, और देश की वैश्विक छवि को भी नुकसान होगा. इसके अलावा, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जिससे आम लोगों की जिंदगी पर असर पड़ सकता है.
वर्ल्ड बैंक और IMF से भी भारत की पहल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत विश्व बैंक से भी पाकिस्तान को आर्थिक मदद न देने की मांग कर सकता है. हाल ही में IMF ने पाकिस्तान को एक अरब डॉलर की सहायता राशि प्रदान की है, यह कहकर कि पाकिस्तान ने सभी आर्थिक सुधार शर्तें पूरी कर दी हैं. भारत ने इस पर भी आपत्ति जताई थी, क्योंकि पाकिस्तान आतंकवाद को संरक्षण देने वाले देशों में गिना जाता है.
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ऑपरेशन सिंदूर: आतंकी अड्डों का सफाया
भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दिया, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया. खास बात यह रही कि इन आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तान की सेना के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की पोल खुल गई.