Gaza में भुखमरी का संकट, UN Agency ने जताई गहरी चिंता - Punjab Kesari
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Gaza में भुखमरी का संकट, UN Agency ने जताई गहरी चिंता

UNRWA का इजरायल पर आरोप, गाजा में भूख से जूझ रहे बच्चे

गाजा में भुखमरी का संकट गंभीर हो गया है, संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी ने इजरायली प्रतिबंधों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। एजेंसी ने चेतावनी दी कि गाजा में भूख की स्थिति लगातार बिगड़ रही है और हजारों लोग चैरिटी संस्थाओं पर निर्भर हैं। लगभग 3,000 ट्रक सहायता सामग्री के साथ गाजा में प्रवेश के लिए तैयार हैं, लेकिन प्रतिबंध हटाने की अपील की गई है।

संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने रविवार को जानकारी दी कि गाजा पट्टी में उसका आटा भंडार पूरी तरह समाप्त हो गया है। इस संकट के लिए एजेंसी ने इजरायल द्वारा खाद्य और मानवीय सहायता के प्रवेश पर लगाए गए प्रतिबंधों को जिम्मेदार ठहराया है। यूएनआरडब्ल्यूए ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हमारा आटा भंडार इस सप्ताह की शुरुआत में ही खत्म हो गया।” एजेंसी ने चेतावनी दी कि गाजा में भूख की स्थिति लगातार खराब हो रही है और हजारों लोग, जिनमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं, चैरिटी संस्थाओं द्वारा वितरित गर्म भोजन पर जीवन यापन कर रहे हैं। यूएनआरडब्ल्यूए ने बताया कि लगभग 3,000 ट्रक जीवन रक्षक सहायता सामग्री के साथ गाजा में प्रवेश के लिए तैयार हैं। एजेंसी ने एक बार फिर से गाजा पर लगे प्रतिबंध हटाने और दो मिलियन से अधिक फिलिस्तीनियों तक तत्काल सहायता पहुंचाने की अपील की है।

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उल्लेखनीय है कि इजरायल ने 2 मार्च से गाजा में सभी मानवीय सहायता के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके बाद 18 मार्च को हमास के साथ दो महीने की संघर्षविराम अवधि समाप्त करते हुए इजरायल ने गाजा पर भीषण हवाई और जमीनी हमले फिर से शुरू कर दिए। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में अब तक 2,151 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 5,598 घायल हुए हैं। अक्टूबर 2023 में युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में मृतकों की संख्या 52,243 तक पहुंच गई है, जबकि 117,639 लोग घायल हो चुके हैं। इसी बीच, शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम ने भी बताया कि गाजा में उनके खाद्य भंडार समाप्त हो गए हैं क्योंकि सीमा पार करने वाले रास्ते अब भी बंद हैं। मार्च के अंत में एजेंसी ने कहा था कि गाजा में संचालित उसकी सभी 25 बेकरी ईंधन और आटे की कमी के चलते बंद हो गई हैं।

यूएनआरडब्ल्यूए के कमिश्नर-जनरल फिलिप लाजारिनी ने कहा, “गाजा में फिलिस्तीनी बच्चे भुखमरी का शिकार हो रहे हैं।” उन्होंने इजरायली सरकार पर आरोप लगाया कि वह खाद्य और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को जानबूझकर और राजनीतिक कारणों से रोक रही है।संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों की रिपोर्टों के अनुसार, गाजा पर इस तरह की अब तक की सबसे लंबी नाकेबंदी ने वहां के पहले से ही नाजुक बाजारों और खाद्य प्रणालियों को तबाह कर दिया है। लोग अब जीवित रहने के लिए आखिरी रास्तों का भी सहारा नहीं ले पा रहे हैं। इधर, इजरायल का कहना है कि गाजा में प्रतिबंध लगाना हमास के नियंत्रण को कमजोर करने के लिए आवश्यक है। हालांकि, इजरायली अधिकारी बार-बार यह दावा कर रहे हैं कि गाजा में मानवीय सहायता की कोई कमी नहीं है और हमास पर आपूर्ति रोकने का आरोप लगा रहे हैं।

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