क्या झुक गया ईरान? इस सीनियर नेता ने इजरायल को दिए युद्ध विराम के संकेत! - Punjab Kesari
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क्या झुक गया ईरान? इस सीनियर नेता ने इजरायल को दिए युद्ध विराम के संकेत!

क्या झुक गया ईरान? इस सीनियर नेता ने इजरायल को दिए युद्ध विराम के संकेत!

पिछली रात, इजरायल के शहर हाइफा पर ईरान ने भारी मिसाइल हमला किया. इस हमले में ईरान ने अपनी नई और शक्तिशाली मिसाइलों, इमाद, ग़दीर और ख़ैबरशेकन का इस्तेमाल किया, जिन्हें अब तक किसी भी युद्ध में सक्रिय रूप से इस्तेमाल नहीं किया गया था. इन मिसाइलों की मारक क्षमता और लंबी दूरी तक लक्ष्य भेदने की क्षमता ने इज़रायल को चौंका दिया है.

Iran-Israel war: ईरान और इजरायल के बीच छिड़ी जंग अब तीसरे दिन में प्रवेश कर चुकी है. दोनों देशों के बीच जारी भीषण संघर्ष के बीच अब कूटनीतिक प्रयास भी तेज हो गए हैं. ईरान के सीनियर राजनयिक ने संकेत दिए हैं कि यदि इजरायल अपने हमलों को रोकता है, तो ईरान भी जवाबी कार्रवाई पर विराम लगा सकता है. इस दिशा में, ओमान और कतर से ईरान ने अनुरोध किया है कि वे मध्यस्थता करें ताकि अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता की बहाली हो सके और इज़रायली हमलों को रोका जा सके.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछली रात, इजरायल के शहर हाइफा पर ईरान ने भारी मिसाइल हमला किया. इस हमले में ईरान ने अपनी नई और शक्तिशाली मिसाइलों, इमाद, ग़दीर और ख़ैबरशेकन का इस्तेमाल किया, जिन्हें अब तक किसी भी युद्ध में सक्रिय रूप से इस्तेमाल नहीं किया गया था. इन मिसाइलों की मारक क्षमता और लंबी दूरी तक लक्ष्य भेदने की क्षमता ने इज़रायल को चौंका दिया है.

इजरायल का जवाबी वार

इस दकाऊरण जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने ईरान के कई महत्वपूर्ण ठिकानों पर जबरदस्त हमले किए हैं. सबसे बड़ा हमला ईरान की प्रमुख गैस फील्ड पर किया गया, जो विश्व की सबसे बड़ी प्राकृतिक गैस फील्ड में से एक मानी जाती है. इज़रायल के सटीक मिसाइल हमलों के कारण वहां भीषण आग लग गई और गैस उत्पादन ठप हो गया. इसके अलावा, इज़रायली वायुसेना ने ईरान के कई परमाणु और सैन्य अड्डों को भी निशाना बनाया.

भारी नुकसान: दोनों पक्षों को हानि

इस युद्ध में अब तक ईरान को भारी क्षति हुई है. उसके 138 नागरिक मारे जा चुके हैं जबकि कई सैन्य कमांडर भी हताहत हुए हैं. वहीं, इज़रायल में भी 7 नागरिकों की जान गई है. शुक्रवार से लेकर रविवार तक इज़रायल ने ईरानी तेल और गैस डिपो पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं. इसके पीछे उद्देश्य ईरान की ऊर्जा आधारित अर्थव्यवस्था को कमजोर करना है.

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‘ये तो बस शुरुआत है’

इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा, “अगर ईरान ने अब भी नहीं सीखा तो यह सिर्फ शुरुआत है, आगे इससे भी बड़ा विनाश देखने को मिलेगा.” इज़रायल की रणनीति स्पष्ट है. वह ईरान की सैन्य और ऊर्जा क्षमता को पूरी तरह से कुचलने के इरादे से हमले कर रहा है.

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