महाकुंभ मेले 2025 में करोड़ों भक्तों ने पवित्र डुबकी लगा दी है। उत्तर प्रदेश सूचना विभाग ने कहा कि गुरुवार सुबह 8 बजे तक 45.11 लाख से अधिक तीर्थयात्री महाकुंभ में आए। संगम पर 10 लाख से अधिक कल्पवासी मौजूद हैं, जबकि गुरुवार सुबह संगम में पवित्र डुबकी लगाने वाले भक्तों की कुल संख्या 55.11 लाख से अधिक है। इसके साथ, महाकुंभ की शुरुआत से पवित्र संगम पर स्नान करने वाले भक्तों की कुल संख्या 29 जनवरी को ‘मौनी अमावस्या’ के अवसर पर 27 करोड़ को पार कर गई है। अधिकारियों ने भक्तों के लिए सुचारू भीड़ प्रबंधन और निर्बाध सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था तेज कर दी है।
#WATCH प्रयागराज: महाकुंभ के दौरान श्रद्धालु त्रिवेणी संगम घाट पर पावन स्नान के लिए पहुंच रहे हैं।#MahaKumbh2025 pic.twitter.com/GOQzDhYyj9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 30, 2025
मृतकों के परिवारों के लिए 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता
कुंभ के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) वैभव कृष्ण ने बताया कि प्रयागराज में महाकुंभ में बुधवार को भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 60 घायल हो गए। उन्होंने कहा कि पच्चीस शवों की पहचान कर ली गई है। यह घटना उस समय हुई जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर पवित्र स्नान के लिए गंगा और यमुना नदियों के संगम पर एकत्र हुए थे, जो दूसरे शाही स्नान का भी दिन है। उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की करेंगे जांच
तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का नेतृत्व जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस डीके सिंह करेंगे। हम पूरे दिन सीएम, मुख्य सचिव और डीजीपी के कंट्रोल रूम से पूरी घटना पर नजर रखे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा बेहद दुखद है। इसमें अपने प्रियजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।