भ्रष्टाचार पर CM योगी का बड़ा एक्शन, अब तक एक दर्जन IAS अधिकारी सस्पेंड - Punjab Kesari
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भ्रष्टाचार पर CM योगी का बड़ा एक्शन, अब तक एक दर्जन IAS अधिकारी सस्पेंड

भ्रष्टाचार पर CM योगी सख्त, एक दर्जन IAS अधिकारी सस्पेंड

सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में सोलर इंडस्ट्री में रिश्वत मांगने के आरोप में आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके सख्त रुख के चलते अब तक एक दर्जन आईएएस अधिकारी निलंबित हो चुके हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में सोलर इंडस्ट्री लगाने के लिए रिश्वत मांगने के आरोप में आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया है, जिसके बाद राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका सख्त रुख सामने आया है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब सीएम योगी ने इतनी सख्ती दिखाई हो। अपने कार्यकाल के दौरान वे अब तक एक दर्जन अफसरों को निलंबित कर चुके हैं। हालांकि, इनमें से कई अफसरों को बहाल भी किया जा चुका है।

एक दर्जन अधिकारी हुए सस्पेंड

योगी सरकार के आठ साल के कार्यकाल में अब तक करीब एक दर्जन आईएएस अधिकारी भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित हो चुके हैं। निलंबित आईएएस अधिकारियों में घनश्याम सिंह, देवी शरण उपाध्याय, टीके शीबू, सुनील वर्मा, देवेंद्र पांडेय, अमर नाथ उपाध्याय, केदार सिंह, प्रेम प्रकाश सिंह, शारदा सिंह, जितेंद्र बहादुर सिंह, कुमार प्रशांत और अभिषेक प्रकाश शामिल हैं। वर्ष 2024 में अलीगढ़ में 35 भूखंडों के पट्टे मनमाने ढंग से बहाल करने का मामला सामने आया था। इसमें 2012 बैच के आईएएस अधिकारी देवीशरण उपाध्याय का नाम भ्रष्टाचार को लेकर सामने आया था, जिसके बाद उन्हें पद से निलंबित कर दिया गया था।

वर्ष 2022 में सोनभद्र के डीएम टीके शीबू को निलंबित कर दिया गया। औरैया के डीएम सुनील कुमार वर्मा को भी सत्ता के दुरुपयोग के मामले में निलंबन झेलना पड़ा था। हालांकि अब इन दोनों अधिकारियों को भी बहाल कर दिया गया है।

उन्नाव के डीएम को किया गया निलंबित

उन्नाव में डीएम रहे देवेंद्र कुमार पांडेय का नाम भी इस सूची में है। उन पर शिक्षा विभाग में हुई खरीद में अनियमितता का आरोप था। महाराजगंज के डीएम अमरनाथ उपाध्याय को गोरक्षा में धांधली के आरोप में निलंबित किया गया। केदारनाथ सिंह को पर्यटन विभाग में रहते हुए निलंबित किया गया और शारदा सिंह को भी ओबीसी कोटे पर भर्ती न करने के आरोप में निलंबित किया गया।

वर्ष 2018 में अनाज घोटाले में डीएम रहते हुए जितेंद्र बहादुर सिंह को निलंबित किया गया और सरकारी गेहूं खरीद में अनियमितता के आरोप में फतेहपुर के डीएम रहते हुए कुमार प्रशांत को निलंबित किया गया। गोरखपुर शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार न होने और सफाई कर्मचारियों के लगातार हिंसक प्रदर्शन से नाराज सीएम योगी आदित्यनाथ ने नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश सिंह को निलंबित कर दिया।

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