उत्तराखंड में चार धाम यात्रा आज से शुरू हो गई है, जिसमें तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष मोबाइल टीमों की तैनाती की गई है। इस यात्रा में भक्तों का भारी उत्साह देखा जा रहा है, जिसमें 22 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अक्षय तृतीया के अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोलकर पूजा की।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा आज से शुरू हो गई है। चार धाम यात्रा के लिए धामी सरकार ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई विशेष तैयारियां कर रखी है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा मोबाइल टीमों को तैनात किया गया है। चार धाम यात्रा को लेकर भक्तों में भारी उत्साह है और अभी तक चार धाम यात्रा 2025 शुरू होने के बाद, उत्तराखंड के ऋषिकेश में ट्रांजिट कैंप में तीर्थयात्रा के लिए 22 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया और अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
LIVE: श्री यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के अवसर पर दर्शन-पूजन
https://t.co/QKHYQBBNVJ— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 30, 2025
20 निःशुल्क पंजीकरण काउंटर स्थापित
बता दें कि चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण सोमवार को हरिद्वार में शुरू हो गए है। विकलांग व्यक्तियों, वरिष्ठ नागरिकों और विदेशी नागरिकों के लिए विशेष पंजीकरण काउंटर स्थापित किए गए हैं। साथ ही 20 निःशुल्क पंजीकरण काउंटर स्थापित किए गए हैं। जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोलते हुए पवित्र गंगोत्री धाम में पूजा-अर्चना की।
चारधाम यात्रा आज से शुरू, 2 मई को केदारनाथ धाम के खुलेंगे कपाट
CM पुष्कर सिंह धामी का बयान
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चार धाम यात्रा शुरू हो गई है, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल गए हैं। यह उत्तराखंड के लोगों के लिए एक उत्सव की तरह है। सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हम चाहते हैं कि यात्रा सुरक्षित, आसान और परेशानी मुक्त हो। विभिन्न विभागों ने व्यवस्थाएं की हैं। हम लोगों के लिए आसान यात्रा की सुविधा के लिए काम करेंगे।
अक्षय तृतीया सबसे शुभ दिनों में से एक
अक्षय तृतीया देश भर में हिंदुओं द्वारा मनाए जाने वाले सबसे शुभ दिनों में से एक है। यह दिन सौभाग्य, सफलता और भाग्य का प्रतीक है। यह त्यौहार प्रार्थना, दान-पुण्य और आध्यात्मिक प्रथाओं के माध्यम से मनाया जाता है। यह दिन नए व्यवसाय शुरू करने, निवेश करने और सोना और अचल संपत्ति खरीदने के लिए बेहद शुभ माना जाता है।