ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने पीएम मोदी को फोन कर पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की और भारत के प्रति समर्थन जताया। उन्होंने निर्दोष पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि ब्रिटेन इस दुखद घड़ी में भारत के साथ खड़ा है। नीदरलैंड के पीएम डिक स्कोफ ने भी हमले की निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मिलकर काम करने का आश्वासन दिया।
पहलगाम आतंकी हमले की दुनियाभर में कड़ी निंदा हो रही है। विश्व के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर न सिर्फ हमले की निंदा कर रहे हैं बल्कि भारत के लिए अपना समर्थन भी जता रहे हैं। शुक्रवार को ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर और नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक स्कोफ ने पीएम मोदी से बात की। विदेश मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट किया, “ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और भारतीय धरती पर हुए जघन्य आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने इस बर्बर आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि ब्रिटेन इस दुखद घड़ी में भारत के लोगों के साथ खड़ा है। एक अन्य पोस्ट में विदेश मंत्रालय ने बताया, “नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक स्कोफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और भारत के पहलगाम में हुए दुखद व अमानवीय सीमा पार आतंकी हमले पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कायरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा की और आतंकवाद के सभी रूपों व अभिव्यक्तियों को खारिज किया ।”
पहलगाम हमले पर IMA की कड़ी निंदा, पीड़ितों को चिकित्सा सहायता का आश्वासन
पोस्ट में कहा गया, “प्रधानमंत्री मोदी ने समर्थन और एकजुटता के लिए पीएम स्कोफ को धन्यवाद दिया और कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए नीदरलैंड के साथ मिलकर काम करने को तत्पर है।इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार को ही जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और कहा कि दुख की इस घड़ी में फ्रांस भारत और उसके लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने लिखा, “मैंने मंगलवार को हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले के बारे में अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी से बात की, हमले में दर्जनों निर्दोष नागरिकों की दुखद मौत हो गई। दुख की इस घड़ी में फ्रांस भारत और उसके लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है। फ्रांस अपने सहयोगियों के साथ मिलकर जहां भी जरूरी होगा, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगा।”