Akhilesh Yadav on Encounter: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में ज्वैलर शोरूम में दिन-दहाड़े घुसकर एक करोड़ 35 लाख की डकैती और उसके बाद पुलिस के एक्शन पर राजनीति तेज हो गई है। मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस के एनकाउंटर को ही फर्जी बता दिया है।
Highlights
- सुलतानपुर एन्काउंटर मामले में Akhilesh Yadav ने उठाए सवाल
- जाति’ देखकर ली गई जान- Akhilesh Yadav
- अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस के एनकाउंटर को फर्जी बताया
सुलतानपुर एन्काउंटर मामले में Akhilesh Yadav ने यूपी सरकार पर उठाए सवाल
उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में डकैती के एक आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। इस घटना को लेकर अब सिसायत शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने घटना को लेकर यूपी पुलिस और सरकार पर सवाल उठाए हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर एनकाउंटर को लेकर यूपी सरकार पर तीखी टिप्पणी की है।
Akhilesh Yadav का प्रशासन पर आरोप
अखिलेश यादव ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा, पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और ‘जाति’ देखकर जान ली गई। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और ‘जाति’ देखकर जान ली गई।
लूट का सारा माल पूरा वापस होना चाहिए- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवजा अलग से देना चाहिए, क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है, उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे।
नकली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा, नकली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं। समाधान नकली एनकाउंटर नहीं, असली कानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुंच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नकली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फंसाया जाता है।
लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी।
जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 5, 2024
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि यूपी के सुलतानपुर में 28 अगस्त को दिन दहाड़े दुकान में घुसकर पांच बदमाशों ने असलहे के बल पर करोड़ों के जेवरात और नगदी लूट ली थे। मंगलवार को घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इसमें कुल 15 बदमाशों के बारे में पता चला। मुठभेड़ में तीन बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद 11 बदमाश फरार थे। गुरुवार सुबह डिप्टी एसपी एसटीएफ धर्मेश शाही की टीम ने हनुमानगंज में हाइवे के किनारे आरोपी मंगेश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। अभी 10 बदमाश फरार हैं।
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