चार्टर्ड अकाउंटेंट धीरज अग्रवाल ने कहा कि किसी भी मेले में एक समय में 12,000 से 15,000 सफाई कर्मियों का एक जगह पर इकट्ठा होना बहुत बड़ी बात है। उन्होंने आगे कहा कि एक मेले में एक ही समय में 12,000 से 15,000 लोगों का एक साथ काम करना बड़ी बात है, यह विश्व रिकॉर्ड बनने जा रहा है।
4 घाटों पर तीन से चार हजार सफाई कर्मी हैं और हमारी चार टीम लगी हुई हैं और वो चेक कर रही हैं। हमें यहां पर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की तरफ से आउटर अपॉइंट किया गया है। हर सफाई कर्मचारी को क्यू आर कोड दिया गया और उसको स्कैन किया जाएगा। हम गिनती करके गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स वालों को अपनी फाइनल रिपोर्ट देंगे। जिससे ये मालूम हो जाएगा कि कुल कितने लोगों ने एक साथ काम किया। महाकुंभ में 60 से 65 करोड़ लोग एक साथ आए हुए हैं। 12 से 15 हजार लोगों का एक साथ काम करना ये भी बड़ी उपलब्धि है।
वहीं, प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि सनातन संस्कृति का यह पावन पर्व महाकुंभ सामाजिक एकता का कुंभ है। स्वच्छता का कुंभ है। पर्यावरण संरक्षण का कुंभ है। ऐसे अनेक प्रकार के संदेश इस महाकुंभ के पावन अवसर पर गए हैं। एक तरफ जहां लोग आस्था लेकर के मां गंगा, जमुना, सरस्वती में पवन डुबकी लगा रहे हैं और अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लेकर के जा रहे हैं। निश्चित रूप से इस सकारात्मक ऊर्जा से पूरे समाज, पूरे देश और पूरे विश्व के अंदर एक सामाजिक परिवर्तन होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया तो स्वयं अपने हाथों में झाड़ू उठाई। तमाम विरोधियों ने कहा कि पीएम मोदी के पास कोई दूसरा काम नहीं है क्या? लेकिन आप कल्पना कीजिए कि इस मुहिम से देश के करोड़ों जो निर्धन गरीब परिवार थे उनको बहुत बड़ी राहत मिली है। स्वच्छ भारत मिशन के अभियान से जो अनेक प्रकार के सैकड़ों प्रकार की संक्रामक बीमारियां थी, उनका उन्मूलन हुआ है।