Android Users के लिए खतरा : Spotify और WhatsApp के मॉडिफाइड वर्जन में मिला Trojan वायरस
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Android Users के लिए खतरा : Spotify और WhatsApp के मॉडिफाइड वर्जन में मिला Trojan वायरस

Android Users के लिए खतरा : हाल के दिनों में एंड्रॉइड यूजर्स के लिए एक नई चिंता सामने आई है। Google Play Store पर कई ऐप्स, जिनमें प्रमुख रूप से Spotify और WhatsApp के मॉडिफाइड वर्जन शामिल हैं, Necro Trojan वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। यह वायरस खासतौर पर यूजर्स के व्यक्तिगत डेटा को चुराने के लिए विकसित किया गया है, जिससे यूजर्स की गोपनीयता को गंभीर खतरा उत्पन्न होता है।

इन खतरनाक ऐप्स को अपने प्लेटफॉर्म से करें डिलीट

गूगल ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए इन खतरनाक ऐप्स को अपने प्लेटफॉर्म से तुरंत हटा दिया है। लेकिन इससे पहले, एंड्रॉइड यूजर्स को इस वायरस के संभावित प्रभावों के बारे में जागरूक होना बेहद जरूरी है। Necro Trojan न केवल डेटा चुराने की क्षमता रखता है, बल्कि यह चुपचाप अन्य मालवेयर ऐप्स को भी डिवाइस में इंस्टॉल कर सकता है। ऐसे में, अगर आपने इन ऐप्स का अनधिकृत वर्जन अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड किया है, तो इसे तुरंत डिलीट करना सबसे उचित कदम होगा। इससे पहले, लोकप्रिय गेम Minecraft में भी इसी प्रकार का Trojan वायरस पाया गया था।

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इसके अलावा, 2019 में PDF क्रिएटर ऐप CamScanner में Necro Trojan की उपस्थिति ने बड़ी चर्चा पैदा की थी, जब इसे 100 मिलियन से अधिक बार डाउनलोड किया गया था। उस समय, गूगल ने सुरक्षा पैच जारी कर इस समस्या का समाधान किया था। न केवल ये ऐप्स, बल्कि Wuta Camera और Max Browser जैसे अन्य ऐप्स में भी इसी प्रकार के वायरस पाए गए हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों ने पहले ही चेतावनी दी है कि थर्ड-पार्टी वेबसाइटों या अनधिकृत स्रोतों से मॉडिफाइड ऐप्स डाउनलोड करने से बचें। इनमें Spotify, WhatsApp, Minecraft, Stumble Guys, Car Parking Multiplayer और Melon Sandbox जैसे लोकप्रिय ऐप्स शामिल हैं।

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सुरक्षित रहने के लिए, यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे केवल आधिकारिक वेबसाइटों या Google Play Store से ही ऐप्स इंस्टॉल करें। ऐसे में, यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि यूजर्स अपने डिवाइस की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और संदेहास्पद ऐप्स को तुरंत हटा दें। इसी बीच, CERT-In ने iPhone और iPad यूजर्स के लिए भी एक एडवायजरी जारी की है, जिसमें उन्हें लेटेस्ट iOS 18 और iPadOS 18 का उपयोग करने की सलाह दी गई है। पुराने वर्जन में खामियां पाई गई हैं, जिनका फायदा उठाकर स्कैमर्स यूजर्स का संवेदनशील डेटा चुरा सकते हैं।

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इस प्रकार, एंड्रॉइड और iOS दोनों प्लेटफार्मों के यूजर्स को अपनी सुरक्षा के प्रति सतर्क रहना चाहिए। किसी भी संदेहास्पद ऐप को तुरंत डिलीट करें और अपने व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करें। ऑनलाइन सुरक्षा में सावधानी बरतना न केवल आपके डेटा की रक्षा करेगा, बल्कि आपको अनवांटेड समस्याओं से भी बचाएगा।

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