डब्लूडब्लूई में भारतीय मूल के सुपरस्टार जिंदर महल ने अपना झंडा गाड़ दिया है । उन्होने वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में रैंडी ऑर्टन को मात देकर चैंपियनशिप खिताब जीत लिया है। ऐसा करने वाले वह द ग्रेट खली के बाद दूसरे भारतीय सुपरस्टार बन गए हैं। 30 साल के रेस्लर जिंदर महल का असली नाम युवराज सिंह धेसी है। जिंदर भारतीय मूल के कनाडाई रेसलर हैं, लेकिन उनका फैमिली बैकग्राउंड पंजाब के फिल्लौर का है। जिंदर पहलवान गामा सिंह के भतीजे हैं। बीते दिनों जिंदर माहल जालंधर में बनी ग्रेट खली की सीडब्ल्यूई अकादमी में भी आए थे। उन्होंने खिलाड़ियों को फाइट के टिप्स दिए थे। सोमवार को जिंदर की जीत पर अकादमी में जश्न मनाया गया।
खली के मुताबिक रैंडी ओर्टन से फाइट से पहले जिंदर माहल ने उन्हें फोन किया था। उन्होंने उसे रैंडी को हराने के टिप्स दिए थे। हालांकि, जिंदर खली के साथ भी फाइट लड़ चुके हैं. लेकिन धीरे-धीरे वह दोनों अच्छे दोस्त बन गए। मैंने उसे कहा था कि फाइट के साथ दिमाग पर संतुलन रखना बहुत जरूरी है।
जिंदर ने 2003 में मार्शल आर्ट्स फिटनेस सेंटर से रेसलिंग करियर शुरू किया था। कनाडा में इंटरनेशनल टैग टीम रेसलिंग चैंपियनशिप जीती। कुछ साल बाद WWE रेसलर बनने की ठानी और ट्रेनिंग के लिए फ्लोरिडा पहुंच गए। जिंदर सिक्स पैक चैलेंज में हिस्सा लेने वाले सबसे कम उम्र के पहलवान थे।
जिंदर का वजन 255 पाउंड है और उनकी हाइट 6.5 इंच लंबी है। जिंदर कनाडा के हैवीवेट चैम्पियन हैं। अब तक जिंदर डब्लूडब्लूई के 700 में से 590 मुकाबले जीत चुके हैं। जिंदर के सिग्नेचर मूव्स में क्रावेट, हाई नीज, नी लिफ्ट, मल्टीपल नी ड्रॉप्स, नेक ब्रेकर, डबल अंडरहूक सुप्लेक्स आदि। इससे पहले जिंदर पर स्टेरॉयड लेने के इल्जाम भी लगे थे, जिसपर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए इन इल्जामों पर सफाई दी थी।
महाराजा का मतलब ?
महाराजा मतलब किंग। जिंदर महल खुद को पंजाब का मॉडर्न किंग कह रहे हैं। पंजाब भारत का वह राज्य हैं, जहां सिख रहते हैं और पंजाबी भाषा बोलते हैं। एक समय ऐसा था, जब पंजाब काफी ताकतवर स्टेट हुआ करता था, जिसकी स्थापना 19वीं सदी में महाराजा रंजीत सिंह ने की थी। उसे सिख राज्य कहा जाता था। जब भारत में ब्रिटिश रूल के दौरान इस राज्य का पतन हुआ, तब सिखों का बहुत शोषण किया गया खासकर इसलिए क्योंकि वे दूसरों से भिन्न दिखते थे। उनके धर्म का भी खूब अपमान किया गया।
एक तरह से देखा जाए तो पंजाबियों को अपने नागरिक अधिकार के लिए लड़ना पड़ रहा था, ठीक उसी तरह जैसे की अफ्रीकन कम्यूनिटी को अमेरिका में अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ा। लेकिन आज़ाद भारत के बाद , आज के समय में चीज़े शांत हैं और पंजाबियों की पूरे भारत में रेस्पेक्ट की जाती है। जिंदर महल का कैरेक्टर उनकी कम्यूनिटी के लोगों का इतिहास दर्शाता है कि वो राजा हैं, जो अपनी प्रजा के लोगों की रक्षा करेंगे और उन्हें पीड़ित नहीं रहने देंगे। वो पंजाब के रक्षक हैं।
सिंह ब्रदर्स ? उन्होंने अपना नाम बॉलीवुड बॉयज से क्यों बदला ?
सिंह पंजाब में सभी पुरुषों का सरनेम होता है, सिंह का मतलब है शेर। इसी तरह महिलाओं का सरनेम कौर होता है, जिसका मतलब है राजकुमारी। अपने पंजाबी वाइब और अपने दल का पंजाबी कनेक्शन दिखाने के लिए जिंदर महल ने अपना नाम बदल कर असली सरनेम को चुना। बॉलीवुड बॉयज का गिमिक इसलिए काम नहीं करता क्योंकि बॉलीवुड सिर्फ पंजाबियों को रेप्रेसन्ट नहीं करता।
जिंदर महल की कारपेट एंट्रेंस
जिंदर की एंट्री में जो कारपेट बिछाई जाती है, यह उनके रॉयल स्टेट्स को दर्शाता है। काफी वेस्टर्न दर्शकों का सोचना है कि ऐसा जिंदर इसलिए करते हैं, क्योंकि वे अपने महंगे जूते को गन्दा नहीं करना चाहते। उन्हें बता दें, कि ऐसा कुछ नहीं है और भारतीय संस्कृति में राजा – महराजा की एंट्रेंस काफी मायने रखती है और यह उनका रुतबा दिखता है। इसलिए सिंह ब्रदर्स जिंदर महल के आने के पहले कारपेट बिछाते हैं।
पंजाबी सेलिब्रेशन
जिंदर महल का सेलिब्रेशन सभी पंजाबी शादियों में होता है। वेस्टर्न फैंस का सोचना है कि उनका सेलिब्रेशन आपत्तिजनक और घिसा-पिटा है। लेकिन हम उन्हें बता दें, कि ऐसा बिलकुल नहीं है और यह पंजाबी संस्कृति का एक अहम् हिस्सा है। आश्चर्य की बात तो यह है की WWE ने पंजाबी कल्चर को काफी अच्छे से पेश किया। हालांकि जो डांस दिखाया गया था, वो और भी तेज़ और एक्रोबेटिक होता है।
उस डांस को भांगड़ा कहते हैं। यह भारत में बेहद लोकप्रिय है, खासकर पार्टियों और परफॉरमेंस के दौरान। बॉलीवुड में भी जब भी पार्टी का माहौल बनाना होता है, तो भांगड़ा का इस्तेमाल किया जाता है। जो व्यक्ति ड्रम बजा रहा था, उसे ड्रम नहीं ढोल कहते हैं। यह पंजाबी इंस्ट्रूमेंट है, जो शादियों में गाने के बेस के लिए इस्तेमाल होता है। ढोल की ताल से डांस की शुरुआत होती है।
पंजाब में काफी गाने उत्साहजनक करने वाले होते हैं और आपको डांस करने के लिए मजबूर करते हैं। रंग का भी पंजाबी कल्चर में बहुत महत्व है और यह अच्छे समय को दर्शाता हैं। और जैसी पगड़ी भांगड़ा परफॉर्मर्स ने पहनी थी, वैसी सिर्फ परफ़ॉर्मर डांस करते वक्त पहनते हैं। कुल मिलाकर यह सेगमेंट बहुत अच्छे से किया गया था और WWE ने पंजाबी संस्कृति को दिखाने का अच्छा काम किया।
जिंदर महल के कैरेक्टर ने एक बार फिर मुझे WWE का हार्डकोर फैन बनने पर मजबूर कर दिया। क्रिस जेरिको पॉडकास्ट में जिंदर के साथ उनकी बातचीत सभी फैंस को देखनी चाहिए जहां उन्होंने बताया है कि उन्होंने किस तरह अपने करियर में 15 साल इंडिपेंडेंट सर्किट में गुज़ारे हैं और मक़ाम पर कितने स्ट्रगल के बाद पहुंचे हैं। यह सिर्फ उनकी कड़ी मेहनत का फल है।
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