इस वक्त भारत के हार का गुस्सा लोगों में जमकर दिख रहा है. क्रिकेट प्रेमी भारतीय टीम से काफी ज्यादा नाराज हैं. हर किसी ने भारत के हार के बाद आलोचना शुरू कर दिया है. अपने-अपने तरीके से सभी लोग का कुछ ना कुछ मानना है. पहले जब पाकिस्तान से हारा था भारत, तब अर्शदीप को लोग टारगेट करना शुरू कर दिए थे, किसी का मानना था कि अहम मोड़ पर उन्होंने कैच छोड़ा, इसलिए मैच हार गए. पर जब टीम इंडिया सुपर-4 में श्रीलंका के खिलाफ भी उसी तरह हारी, तब लोगों को थोड़ा समझ आया कि भारत के हार का रीजन कैच छूटना नहीं, बल्कि कुछ और ही था.
हमने देखा कि भारत श्रीलंका के खिलाफ भी जब हारा तो अंत में पाकिस्तान के खिलाफ जो हुआ, बिल्कुल उसी का रिप्ले हमें देखने को मिला. हालांकि ये सब मानते है कि अर्शदीप को पाकिस्तान के खिलाफ मैच में कैच पकड़ना चाहिए था, पर फिर भी लोगों का ध्यान अब सही जगह लग चुका है कि भारत ना सिर्फ इस युवा गेंदबाज के कारण बल्कि अपनी टीम के वजह से एशिया कप से बाहर हो गई.
कुछ पूर्व क्रिकेटरों का भी यही मानना है. आपको बताते है कि भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने क्या कहा. उन्होंने कहा कि मैं पूरी तरह से सोच में पड़ गया हुं कि मोहम्मद शमी भारतीय टीम मैनेजमेंट और सलेक्टर के द्वारा साइडलाइन कर दिए गए हैं. इस एशिया कप में मो.शमी को भारतीय टीम के स्क्वाड में होना चाहिए था.
इसके बाद भारत के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने भी कहा कि मोहम्मद शमी को टी20 वर्ल्ड कप में वापस लाने से बेहतर कोई विकल्प नहीं हैं. वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भी कहा कि मोहम्मद शमी अगर पूरी तरह से फिट हैं तो उन्हें भारत की टी20 विश्व कप टीम में होना चाहिए. वह एक विश्व स्तरीय संचालक है.
खेर ये तो सच बात है कि भारत कहीं ना कहीं इस एशिया कप में बिना गेंदबाजों के ही खेल रहा था. अनुभवी गेंदबाजों में मात्र भुवी खेल रहे थे,जिनके ऊपर इतना प्रेशर आ गया कि वो ही सूपर-4 में श्रीलंका और पाकिस्तान के टारगेट बने. लोगों का मानना है कि जब बुमराह इंजरी के कारण टीम से नहीं जुड़े तो मो. शमी को टीम से जुड़ना चाहिए था. हालांकि अब भारत के लिए एक सिख का समय है, तो ऐसे में भारत को आगे विश्व कप पर पूरी तरह से फोकस करना चाहिए. अगर इतने कमी दिखने के बावजूद भारत अपनी गलतियों पर फोकस कर सुधार नहीं सकता है तो उन्हें विश्व कप में ऐसी ही हार का सामना करना पड़ सकता है.