भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने एक बार फिर से विराट कोहली से साथ जो पहले नोक-झोक हुई थी, उस पर बात की हैं। इस बार उन्होंने एक नए बात का खुलासा किया हैं। पहले जब विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ी थी तब सौरभ गांगुली ने कहा था कि बीसीसीआई ने विराट से ऐसा नहीं करने का अनुरोध किया था। वहीं उसके बाद फिर इस बात का जवाब भी कोहली ने दिया था कि उन्हें बीसीसीआई के अधिकारियों ने बस 90 मिनट पहले बताया था कि रोहित शर्मा वनडे टीम के कप्तान होंगे।
दरअसल यह मुद्दा काफी पुराना है और इस पर काफी ठंडक भी पड़ गई थी। मगर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के दौरान यह मुद्दा फिर से निकल कर आ गया, जब भारतीय टीम को रोहित शर्मा की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। सौरभ गांगुली ने इस मुद्दे पर अपना नया बयान यह दिया है कि ”दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद हमारे लिए भी यह अप्रत्याशित था, केवल कोहली ही बता सकते हैं कि उन्होंने कप्तानी क्यों छोड़ी। इस बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि कोहली ने कप्तानी छोड़ दी थी। चयनकर्ताओं को भारत का कप्तान नियुक्त करना था और रोहित उस समय सबसे अच्छा विकल्प थे।”
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जो पुराना विवाद था, वो ये था कि विराट कोहली टी20 की कप्तानी छोड़ना चाहते थे और वनडे के कप्तान बने रहना चाहते थे। लेकिन बीसीसीआई अलग अप्रोच लेकर चल रही थी कि वो लिमिटेड ओवर फॉर्मेट में एक ही कप्तान को रखे। जिस वजह से सौरभ गांगुली ने मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा के साथ मिलकर विराट कोहली से बात कि और समझाने की कोशिश की थी। उसके बाद ही विराट से वनडे की कप्तानी भी ले ली गई थी और रोहित को कप्तान बनाया गया था। इसी बात को विराट ने उस वक्त गलत ठहरा दिया था और मीडिया के सामने कहा था कि जब मैंने टी-20 की कप्तानी छोड़ी थी, मैं सबसे पहले बीसीसीआई के पास गया था। उन्हें अपने फैसले को लेकर जानकारी दी थी। मैंने अपने विचार और परेशानियां रखी थीं। बोर्ड ने इसे स्वीकार किया और मेरी परेशानियों को समझा। उन्होंने मुझसे एक बार भी अपने फैसले को पुनर्विचार करने के लिए नहीं कहा।
वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल भारतीय कप्तान हैं। वो क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में एम.एस धोनी से भी आगे हैं। उन्होंने भी अपनी कप्तानी में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले संस्करण में भारत को फाइनल में पहुंचाया था। इसके बाद उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को 40 टेस्ट मैच अपने नाम करवाए थे। इसके बाद उन्होंने 25 में 18 टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमाया था, जिसमें वो भारत के पहले कप्तान भी बने थे, जिनकी कप्तानी में भारतीय टीम पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उनके घर पर टेस्ट सीरीज हराई थी। वहीं टेस्ट मैच को अपनी कप्तानी में जीत दिलाने वाले क्रिकेट में वो चौथे स्थान पर हैं। उसके आगे सिर्फ ग्रीम स्मिथ, रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ हैं, जिन्होंने अपने देश को अपनी कप्तानी में सबसे ज्यादा मैच में जीत दिलाई हैं।