सुपर संडे के दूसरे मुकाबले में पंजाब किंग्स को पहली हार तो वहीं सनराइजर्स हैदराबाद को पहली जीत का स्वाद चखने के मिला। हैदराबाद, जोकि लगातार 3 मैच हारकर कल पंजाब के खिलाफ अपने घर पर खेलने उतरी थी, फाइनली जीत का आगाज कर चुकी हैं। वहीं कल का दिन पंजाब किंग्स के खिलाड़ियों के लिए कुछ खास नहीं रहा सिवाए कप्तान शिखर धवन के, जिन्होंने नाबाद 99 रन की पारी खेली और टीम के टोटल को सम्मानजनक बनाया।
कल दूसरे मुकाबले में हैदराबाद ने पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया और पंजाब किंग्स के बल्लेबाजों पर टूट पड़े। एक के बाद दूसरे बल्लेबाज लगातार दूसरे छोड़ से पवेलियन की तरफ आते-जाते दिख रहे थे मगर गब्बर दूसरे एंड पर खड़े रहे और अपनी जगह से अंत तक नहीं हिले। 66 गेंदों पर 5 छक्के और 12 चौके की मदद से इस खिलाड़ी ने नाबाद 99 रन की पारी खेली और दूसरे छोड़ से साथ न मिलने की वजह से शतक से एक कदम दूर रह गए। गब्बर के अलावा सैम करन ने 15 गेंदों पर 22 रन की पारी खेली, मगर बाकी 9 खिलाड़ी सिंगल डिजिट पर अपना विकेट गंवा बैठे। इन 9 खिलाड़ियों के निजी स्कोर को अलग लगातार बताना शुरू करेंगे तो ऐसा लगेगा, जैसे में किसी को अपना फोन नंबर बता रहा हूं। खैर बता दी देते हैं।
0,1,4,5,4,1,0,0,1, ये हैं शिखर धवन और सैम करने के अलावा पंजाब के बाकी खिलाड़ियों के रन। तो टीम इसी वजह से हारी भी। खैर हैदराबाद के पास गेंदबाजी लाइन है भी जबरदस्त और कल तो उन्होंने अच्छी गेंदबाजी भी की। मयंक मार्कंडे 4 ओवर में 15 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। उनके अलावा मार्को यानसेन और उमरान मलिक ने 2-2 और भुवी 1 विकेट अपने नाम किए। 145 का लक्ष्य हैदराबाद जैसी टीम के लिए वैसे भी कुछ नहीं हैं, हालांकि कल फिर से हैरी ब्रुक का बल्ला नहीं चला और मात्र 13 रन पर अर्श ने उन्हें फर्श पर लिटा दिया। लगातार उन्होंने अपनी टीम की मालकिन काव्या मैरन के उम्मीद पर पानी फेर रहे हैं। हालांकि राहुल त्रिपाठी नाबाद 48 गेंदों पर 74 रन और कप्तान मार्करम की नाबाद 21 गेंदों पर 37 रन की पारी के साथ अटूट शतकीय साझेदारी के कारण टीम को आसान जीत मिली।
हार के बावजूद शिखर धवन को कल प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया क्योंकि कल उन्होंने दिल जीता। हालांकि उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि अभी सफर लंबा है। वहीं इस साल के अंत में विश्व कप भी है और जिस तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं वो लगातार आईपीएल में, उनका अंतरराष्ट्रीय टीम में जगह बनाना काफी आसान हो जाएगा। तो आगे शिखर कैसा खेलने हैं, इस पर भी नजरें होंगी। बाकि उनकी टीम कैसा साथ देती हैं, यह भी एक बड़ा सवाल रहेगा।