वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में करारी हार मिलने के बाद भारतीय टीम के ऊपर संकट के बादल मंडराने शुरू हो गए हैं। कई खिलाड़ियों को अब टीम से बाहर करने की बातें शुरू हो चुकी हैं। वहीं रोहित की तो कप्तानी पर भी सवाल खड़े होने शुरू होने लगे हैं। खिलाड़ियों के साथ-साथ कोच राहुल द्रविड को भी बीसीसीआई ने नसीहत दे दी हैं। वहीं वेस्टइंडीज दौरा होने वाला है अगले महीने से, वहां अगर भारतीय टीम के खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं करते है तो चयनकर्ता जरूर बदलाव का सोचेंगे।
भारतीय टीम 12 जुलाई से 2 टेस्ट, 3 वनडे और 5 टी20 मैचों का सीरीज वेस्टइंडीज में मेजबान टीम के खिलाफ खेलने वाली हैं। ऐसे में भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ी जैसे की रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, उमेश यादव पर बीसीसीआई की नजरें रहने वाली हैं। अगर ये खिलाड़ी दोनों टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो फिर हो सकता है कि रोहित की कप्तानी हाथ से चली जाए और पुजारा टीम से बाहर हो जाए। रोहित बतौर कप्तान अब तक 7 टेस्ट मैचों की 11 पारियों में 35.45 की औसत से 390 रन बनाए हैं।
हालांकि बीसीसीआई की ओर से खबर आई है कि ”ये निराधार बातें हैं कि रोहित को कप्तानी से हटा दिया जाएगा। हां, क्या वह पूरे दो साल के डब्ल्यूटीसी चक्र में कप्तान रहेंगे? यह एक बड़ा सवाल है क्योंकि 2025 में तीसरा संस्करण समाप्त होने पर वह लगभग 38 साल के रहेंगे। फिलहाल मेरा मानना है कि शिव सुंदर दास और उनके सहयोगियों को दो टेस्ट के बाद और उनकी बल्लेबाजी फॉर्म को देखते हुए फैसला करना होगा।” हालांकि इसके बाद यह भी कहा गया कि ”वेस्टइंडीज के बाद हमारे पास दिसंबर के अंत तक कोई टेस्ट नहीं है। दिसंबर में टीम दक्षिण अफ्रीका जाएगी। ऐसे में चयनकर्ताओं के पास विचार-विमर्श करने और निर्णय लेने के लिए पर्याप्त समय है। तब तक पांचवां चयनकर्ता (नया अध्यक्ष) भी पैनल में शामिल हो जाएगा और फैसला लिया जा सकता है।” वहीं पुजारा की बात करें तो इस खिलाड़ी ने भी पिछले 8 टेस्ट मैचों की 14 पारियों में 40.12 की औसत से 482 रन बनाए हैं। जिसमें उनके एक शतक हैं मगर वो भी बांग्लादेश जैसी कमजोर टीम के खिलाफ।
फिलहाल वेस्टइंडीज की भी हालत बहुत बुरी है। इस टीम के खिलाड़ियों को आगामी वनडे वर्ल्ड कप खेलने के लिए काफी मशक्कत करने पड़ रहे हैं। ऐसी टीम के खिलाफ भारत के खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करना हैं।वहीं इस सीरीज के बाद भारतीय टीम को दिसंबर तक कोई सीरीज नहीं खेलनी हैं। तो देखना है कि भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ भी कुछ कमाल कर पाती है या नहीं।