अगले महीने वेस्टइंडीज दौरे पर जाने वाली भारतीय टेस्ट और वनडे टीम का स्क्वाड चुन लिया गया हैं। जिसमें अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का नाम नहीं हैं। हालांकि वनडे तो वो नहीं ही खेलते हैं, मगर अब टेस्ट टीम से भी उन्हें बाहर कर दिया गया हैं। हालांकि लिस्ट में उनका नाम न होने पर पूर्व खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई है। और पुजारा ने भी अपने करियर को आगे बढ़ाने पर अहम फैसले लिए हैं। तो आइए आपको बताते है कि आखिर पूर्व क्रिकेटरों ने क्या कहा और पुजारा ने खुद को लेकर क्या फैसला किया हैं।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में और पिछले पांच सालों के रिकॉर्ड को देखे तो पुजारा का योगदान भारतीय टीम के लिए कुछ खास नहीं रहा हैं। 2019 के बाद उन्होंने पिछले साल के अंत में खेले गए बांग्लादेश के खिलाफ एक शतक लगाया था। उनके बाद से कोई भी बड़ी टीमों के खिलाफ पुजारा का बल्ला नहीं चला हैं। पिछला पांच टेस्ट मैच भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही खेला है, और पुजारा सभी मैच का हिस्सा रहे हैं, मगर इस 10 इंनिंग में उन्होंने सिर्फ 1 अर्धशतक लगाया हैं। वहीं चैंपियनशिप के फाइनल में भी उनका बल्ला नहीं चला था। शायद इसी वजह से चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया हैं।
वहीं दूसरी तरफ पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर और हरभजन सिंह चयनकर्ताओं के इस फैसले से नाराज हैं। दोनों ने जो कहा है, उनमें से मुख्य बात यही निकल कर आती है कि और उनका मानना यह कि टीम में और भी खिलाड़ी है, जिनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। फाइनल में और भी बल्लेबाज थे, लेकिन रहाणे को छोड़कर सभी ने निराश किया। पुजारा टीम में रीढ़ की हड्डी हैं, उन्हें बाहर नहीं करना चाहिए था। उम्मीद करेंगे की वो आगे चलकर टीम में वापसी करें।
वहीं पुजारा की जगह पर टीम में ऋतुराज गायकवाड और यश्स्वी जायसवाल को मौका मिला हैं। अगर इन दोनों में से कोई भी एक खिलाड़ी मौके का फायदा उठा जाता है तो फिर पुजारा की वापसी टीम में असंभव के बराबर हैं। वहीं पुजारा ने अब दिलीप ट्रॉफी खेलने का फैसला किया हैं। वो वेस्ट जोन के लिए खेलेंगे। वहीं उनके साथ सूर्यकुमार यादव भी वेस्ट जोन के लिए ही खेंलेगे। तो यह देखने वाली बात कि अब पुजारा कब तक भारतीय टीम में कमबैक करते हैं।