कल भारत को हराकर ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर से चैंपियन बन गया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की ट्रॉफी उठाई और साथ ही साथ पहली टीम भी बन गई क्रिकेट इतिहास की, जो कि आईसीसी के द्वारा आयोजित किए गए सभी टूर्नामेंट की चैंपियन बने हैं। वहीं मुकाबला खत्म होने के बाद दोनों टीम के कप्तान पैट कमिंस और रोहित शर्मा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अपनी बात रखी। वहीं रोहित ने मीडिया से बातचीत के दौरान कई सारी बातें बताई, लेकिन एक बात सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना, जिस पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और मीडिया के सामने ही रोहित शर्मा को करारा जवाब दिया।
भारतीय टीम लगातार 2 साल से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार रही हैं। इस मुकाबले में भी ऑस्ट्रेलिया ने 209 रन से हरा दिया। वहीं हार के बाद रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, जिसमें उन्होंने कहा कि मैं विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल को प्राथमिकता दूंगा क्योंकि फाइनल में पहुंचने के लिए दो साल से अधिक की कड़ी मेहनत के बाद तीन टेस्ट में फैसला होना सही होगा। हालांकि, हमें इसके लिए एक विंडो खोजने की जरूरत है। यह सही होगा कि अगले डब्ल्यूटीसी चक्र में फाइनल में तीन टेस्ट हों। डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलने के लिए जून एकमात्र महीना नहीं है। यह सिर्फ इंग्लैंड में ही नहीं, दुनिया में कहीं भी खेला जा सकता है।
हालांकि इसके बाद उन्होंने यह ही कहा कि उनकी टीम इस हार से निराश है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज जीतने से ज्यादा महत्वपूर्ण विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीतना है। रोहित शर्मा के प्रेस कॉन्फ्रेंस होने के बाद पैट कमिंस ने भी मीडिया से बातचीत की, जिसमें वो रोहित शर्मा की बात को नकार दिए और अपनी बात पेश की। पैट ने रोहित शर्मा के बेस्ट ऑफ थ्री वाले आइडिया पर कहा कि मुझे लगता है कि ऐसा भी करना ठीक होगा। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। मुझे लगता है कि आपके पास 50 मैचों की भी सीरीज हो, लेकिन ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने के लिए बस आपको एक मौका मिलता है। ऑस्ट्रेलियन फुटबॉल लीग (AFL) और ऑस्ट्रेलियन नेशनल रग्बी (NRL) में भी एक ही फाइनल होता है। यही स्पोर्ट्स है। इसके आगे उन्होंने कहा कि यहां सिर्फ जीतने का एक मौका मिलता है, लेकिन फाइनल में जगह बनाने के लिए आपको दुनिया में हर जगह जीतना होता है। मुझे लगता है कि यह WTC चक्र 20 टेस्ट मैचों का था। इनमें से हम केवल तीन या चार टेस्ट हारे होंगे, लेकिन 20 मैचों में, पूरे सफर में हमारे खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। हम परिस्थितियों से अच्छी तरह से परिचित हुए और यही हमारे टाइटल जीतने को इतना संतोषजनक बनाता है।
तो रोहित की बात से पैट कमिंस सहमत नहीं दिखे। हालांकि इस वक्त भारतीय टीम को काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा हैं। इस वक्त भारतीय टीम पर कई सारे सवाल खड़े किए जा रहे है क्रिकेट एक्सपर्ट द्वारा। कुछ का कहना है कि अश्विन को प्लेइंग-11 में होना चाहिए था, कुछ ने ऋषभ पंत को काफी ज्यादा मिस किया। तो कई तरह के सवाल हो रहे हैं। वहीं भारतीय टीम के पास इन आलोचकों को जवाब देने का एक ही तरीका है कि वो आगे एक जबरदस्त कमबैक करें और इसी साल के अंत में होने वाले वनडे विश्व कप में चैंपियन बनें। तो देखते हैं आगे भारतीय क्रिकेट टीम का भविष्य क्या होता है।