कल एक बार फिर से न्यूजीलैंड ने भारत को विश्व कप के नॉकआउट मुकाबले से बाहर कर दिया। इस बार क्रिकेट में नहीं बल्कि हॉकी विश्व कप में ऐसा हुआ हैं। जी हां, ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर और राउरकेला में खेले जा रहे हॉकी विश्व कप का 15वां संस्करण में भारतीय टीम प्री क्वाटर-फाइनल में हार गई। भारतीय टीम की इस विश्व कप में शुरुआत काफी अच्छी रही थी, मगर अंत उस तरह का नही हो पाया, जैसी लोग उम्मीद कर रहे थे। हालांकि फिर भी भारतीय टीम ने काफी प्रयास किया और उसके लिए टीम को 10 में से 10 नंबर मिलने चाहिए।
दरअसल भारतीय टीम अपने अपने पहले मुकाबले में स्पेन को 2-0 से हराया था, इसके बाद दूसरे मुकाबले में इंग्लैंड से ड्रॉ खेला, और तीसरे मुकाबले में एक बार फिर से पहली बार विश्व कप खेल रही वेल्स की टीम के खिलाफ 4-2 से जीत कर प्री-क्वाटर फाइनल में अपनी जगह बनाई। वहीं इस मुकाबले में एक बार फिर से भारतीय टीम को सामना करना था न्यूजीलैंड से, जोकि हमेशा से भारत के लिए बदकिस्मती लेकर आती हैं, चाहे वो कोई भी खेल हो और इस बार भी ऐसा ही हुआ। वहीं मुकाबला शुरू हुआ और दोनो देश ने समय सीमा तक 3-3 से ड्रॉ खेला। इसके बाद पेनल्टी में मुकाबले का फैसला हुआ जोकि 4-5 से न्यूजीलैंड के पक्ष में गिरा।
वहीं इस हार के बाद भुवनेश्वर के हॉकी के मैदान पर पहुंचे भारतीय फैंस जोकि लगभग 15000 के तादाद में, उसके हाथों निराशा लगी। वहीं भारतीय टीम का 48 साल बाद एक बार फिर से विश्व कप की ट्रॉफी उठाने का सपना टूट गया। वहीं सपना टूटने के साथ लोगों ने उस पल को भी याद किया, जब 2019 में खेले गए क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ ही हार गई थी और विश्व कप के दौर से बाहर हो गई थी। इसके अलावा दोनों मुकाबले में एक सिमिलरिटी भी देखने को मिली। 2019 के विश्व कप में जब न्यूजीलैंड के सामने भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा कर रही थी, तब पूरा दारोमदार महेंद्र सिंह धोनी पर था, पर उन्हें रन आउट कर दिया गया और लगभग तय हो चुका था कि अब भारतीय टीम नहीं जीत पाएगी। वहीं कल के प्री क्वार्टर फाइनल में भी जब भारतीय गोलकीपर पेनाल्टी रोक रहे थे, तब उन्हे बड़ी जोड़ की घुटने में चोट लगी और वो भी मैदान से बाहर हो गए थे, जिसके बाद नए गोलकीपर को एक अहम समय में मैदान पर आना पड़ा था।
तो भारतीय टीम के लिए न्यूजीलैंड हर खेल में अरंगा बनता हैं। भारतीय टीम 2021 में हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रिकेट के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भी हारा था। तो अब ये देखने वाली बात होगी कि भारतीय टीम कब इस बांध को तोड़कर आगे निकलता हैं।