आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के 34वें मैच में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को 125 रनों से करारी शिकस्त दी है। भारत से हारने के बाद वेस्टइंडीज टीम इस टूर्नामेंट से बाहर होने वाली तीसरी टीम बन गई है। इस जीत के बाद अंकतालिका में भारतीय टीम 11 अंकों के साथ दूसरे पायदान पर है। हालांकि 11 अंक न्यूजीलैंड के भी हैं लेकिन उनका रन रेट भारत से कम है जिसकी वजह से वह तीसरे स्थान पर हैं।
वर्ल्ड कप के इस टूर्नामेंट में साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज को भारत ने हराया है तो वहीं न्यूजीलैंड के साथ भारत का मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था। भारतीय टीम का सफर विश्व कप 2019 में शानदार रहा है पूरी टीम लय में नजर आ रही है लेकिन अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी की धीमी बल्लेबाजी पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं।
बल्लेबाजी पर सवाल खड़े हो रहे हैं धोनी की
इस टूर्नामेंट में धोनी की कमजोरी सामने आ गई है और वह कमजोरी यह है कि वह स्ट्राइल को रोटेट बहुत कम करते हैं और डॉट बॉल ज्यादा खेल लेते हैं। महेंद्र सिंह धोनी ने बीते गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में 56 रन 61 गेंदों मंे लगाए हैं। अपनी पारी के दौरान धोनी ने महज 3 चौके और 2 छक्के ही जड़े।
धोनी ने बल्लेबाजी करते समय 45 गेंदों में सिर्फ 26 रन बनाए थे और उस दौरान उनका 57.78 का स्ट्राइक रेट था। उसके बाद अगली 16 गेंदों में धोनी ने 30 रन बनाए थे तब उनका 187.50 का स्ट्राइक रेट था। भारत की कई बार मैचों में धोनी की यही कमजोरी उजारगर हुई है जिसकी वजह पारी धीमी हो जाती है।
भारत के पिछले दो मैचों पर नजर डालें तो 30 ओवरों के बाद पारी बहुत धीमी हुई है। इसकी वजह से भारत 300 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया है। धोनी की धीमी बल्लेबाजी अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ देखने को मिली है।
ये नुकसान हो रहा है धोनी की धीमी बल्लेबाजी से
अगर धोनी की इस कमजोरी की वजह से भारत सेमीफाइनल और फाइनल में बड़ा स्कोर नहीं बना पाया तो बहुत बड़ा नुकसान भारतीय टीम को भुगतना पड़ सकता है। वेस्टइंडीज से पहले धोनी ने अफगानिस्तान के खिलाफ 28 रनों की पारी 52 गेंदों में खेली थी। धोनी की इस पारी पर सचिन ने भी निराश हुए थे।
हालांकि धोनी की इस धीमी बल्लेबाजी पर भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण ने बात करते हुए कहा है कि इस अप्रोच पर काम करने की जरूर धोनी को है। लक्ष्मण ने कहा, धोनी का स्ट्राइक रेट पारी की शुरुआत में 45 से 50 के बीच में था। धीमी बल्लेबाजी का असर टीम पर और धोनी के साथ खेल रहे दूसरे बल्लेबाज पर पड़ता है। यह बात अच्छी है कि आप फिनिश अच्छे स्टाइल में करते हो लेकिन शुरुआत में धोनी विशेष रूप से फैबियन एलन जैसे स्पिनर के खिलाफ सकारात्मक इरादे से खेल सकते थे।
इस पर लक्ष्मण ने आगे बात करते हुए कहा, मुझे लगता है कि जिस तरह से एमएस धोनी अपनी पारी की शुरुआत करते हैं किसी न किसी दिन उस पर उन्हें पछतावा होगा। यह वह एरिया है जिस पर धोनी को काम करने की जरूरत है। अफगानिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में भी धोनी के लिए स्ट्राइक रोटेट करना बहुत मुश्किल हो रहा था। यह सब अच्छा है जब तेज गेंदबाज गेंदबाजी कर रहे होते हैं। उन्होंने हार्दिक पांड्या के विपरीत शुरुआत में सकारात्मक इरादा नहीं दिखाया।