भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इन दिनों कश्मीर घाटी में भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी के जवानों के साथ ड्यूटी पर हैं। खबरें आ रही हैं कि स्वंतत्रता दिवस के मौके पर पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लद्दाख के लेह में तिरंगा लहरा सकते हैं।
धोनी को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल से नवाजा गया हुआ है। क्रिकेट से दो महीने का ब्रेक धोनी ने टेरिटोरियल आर्मी में काम करने का लिया हुआ है। 30 जुलाई से लेकर 15 अगस्त तक धोनी अपनी बटालियन के साथ लेह में ड्यूटी करेंगे।
इस मामले पर सेना के एक अधिकारी ने बात करते हुए कहा, भारतीय सेना के ब्रैंड एंबेसडर धोनी हैं। अपनी यूनिट के सदस्यों को प्रेरित करने में धोनी इस समय लगे हुए हैं और अक्सर उन्हें सैनिकों के साथ फुटबॉल और वॉलीबॉल खेलते हुए देखा गया है। कोर के साथ धोनी अभ्यास भी कर रहे हैं। वह 15 अगस्त तक घाटीम में तब तक रहेंगे। इस दौरान अधिकारी ने यह नहीं बताया कि 15 अगस्त को धोनी कहां पर तिरंगा फहराएंगे।
106 टेरिटोरियल आर्मी बटालियन पैरा कमांडाे यूनिट में धोनी इस समय तैनात हैं। धोनी को लेकर यह खबरें आ रहीं थीं कि घाटी के अवंतीपोरा में उन्हें तैनात किया गया है। धोनी पट्रोलिंग, गार्ड और पोस्ट की ड्यूटी इस दौरान वह कर रहे हैं। इतना ही नहीं यह भी खबरें आई थीं कि वह अपनी ड्यूटी के दौरान 19 किलो का वजन लेकर पट्रोलिंग करेंगे। इस वजन में धोनी की वर्दी, एके 47 और सामान का भी वजन है।
वेस्टइंडीज दौरे पर टीम के साथ जाने के लिए एमएस धोनी ने बोर्ड को पहले ही मना कर दिया था। धोनी ने सेनाध्यक्ष विपिन रावत से सैन्य ट्रेनिंग में शामिल होने के लिए उनसे अनुमति ली थी।
सेना से नाता रहा है धोनी से पहले इन क्रिकेटर्स का
साल 1923 भारतीय टीम के पहले कप्तान कर्नल सीके नायुडू होल्कर राज के न्योते पर इंदौर गए थे। कर्नल का पद उन्हें सेना की तरफ से मिला था। इसके अलावा लेफ्टिनेंट कर्नल हेमू अधिकारी का टेस्ट कैरियर दूसरे विश्व युद्ध की वजह से देर से शुरु हुआ था। सर डॉन ब्रैडमैन भी सेना में काम कर चुके हैं।